हैदराबाद: आंध्र प्रदेश के अमलापुरम के लड़के रंकीरेड्डी सात्विक सैराज एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर छा गये हैं। उन्होंने प्रतिष्ठित राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता। युगल वर्ग में उन्होंने अपने साथी चिरागशेट्टी के साथ इंग्लैंड की टीम पर सहज जीत हासिल की। उन्होंने राष्ट्रमंडल युगल व्यक्तिगत वर्ग में पहली बार स्वर्ण पदक के साथ एक दुर्लभ उपलब्धि भी हासिल की।
इसी खेल की टीम स्पर्धा में पहले ही रजत पदक जीत चुके सात्विक ने व्यक्तिगत वर्ग में स्वर्ण जीतकर दोहरा धमाका लगाया। सात्विक ने 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड और सिल्वर मेडल जीते थे। लेकिन फिर उन्होंने टीम स्पर्धा में स्वर्ण और व्यक्तिगत वर्ग में रजत पदक जीता, लेकिन अब परिणाम उल्टा हुआ है।
तीन महीने और तीन पदक
यह कहा जाना चाहिए कि अब सात्विक के खेल कॅरियर में स्वर्ण युग है। पिछले तीन महीनों में उनका बैडमिंटन रैकेट अजेय हो गया है। मालूम हो कि सात्विक मई के महीने में प्रतिष्ठित थॉमस कप में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम में खेले थे।
थॉमस कप के इतिहास में भारतीय टीम की यह सबसे बड़ी जीत है। तीन महीने के भीतर राष्ट्रमंडल में एक स्वर्ण और एक रजत जीतकर सात्विक ने तीन महीने में तीन सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय पदक जीतने का गौरव हासिल किया है।
हिम्मत बरकरार
पिछले साल जापान में हुए ओलंपिक के युगल वर्ग में उन्हें अपने साथी चिरागशेट्टी के साथ तीन में से दो मैच हारे थे, लेकिन अंकों की कमी के कारण क्वार्टर में जाने का मौका गंवा दिया। नहीं तो सात्विक जोड़ी प्रतिष्ठित ओलम्पिक में कोई एक मेडल जीत जाते। भले ही वह अपने जीवन के आशय ओलंपिक पदक जीतने चूक गए, लेकिन वे निराश नहीं हुए। ओलंपिक के बाद वह फ्रांस में आयोजित सुपर-750 में दूसरे स्थान पर रहे। वह इंडियन ओपन-500 के विजेता बने।
खुशी में झूमे परिवार
सात्विक की बड़ी सफलता के साथ उनके परिवार के सदस्यों ने जश्न मनाया। सात्विक के जीतते ही उसके माता-पिता काशी विश्वनाथ और रंगमणि ने केक काटा और लोगों में वितरित किया। राज्य के परिवहन मंत्री पिनिपे विश्वरूप, सांसद चिंता अनुराधा, कलेक्टर हिमांशु शुक्ला, आरडीओ बी वसंत रायुडु, संयुक्त पूर्वी गोदावरी जिला ओलंपिक संघ के सचिव चुंड्रू गोविंदराजू, उपाध्यक्ष डॉ मेट्ला सूर्यनारायण सहित परिवार के अन्य सदस्यों ने उन्हें बधाई दी।
हमारे बच्चे अच्छा खेले
इस मौके पर सात्विक के पिता रंकीरेड्डी काशी विश्वनाथ कहा कि भारतीय बैडमिंटन के लिए आज का दिन अच्छा रहा है। हम अपने बच्चों सात्विक, चिरागशेट्टी, पीवी सिंधु को महिला एकल में और लक्ष्यसेन को पुरुष एकल में स्वर्ण पदक जीतते हुए देखकर बहुत खुश हैं। मैंने एक पिता के रूप में सात्विक के खेल का एक प्रशंसक के रूप में अधिक आनंद लिया। यह सफलता अपेक्षित है। फिर भी इस जीत ने एक अच्छा एहसास दिलाया है। (एजेंसियां)
https://twitter.com/satwiksairaj/status/1555464349246017536?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1555464349246017536%7Ctwgr%5Ee9b3224424b041902c6e0a203eb1b1d6b6154030%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.sakshi.com%2Ftelugu-news%2Fsports%2Fsatwik-sairaj-rankireddy-amalapuram-wins-two-medals-cwg-2022-1477065