हैदराबाद: सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन में सेना के उम्मीदवारों के आंदोलन के दौरान पुलिस की फायरिंग में मारे गये दामेरा राकेश के परिवार के सदस्यों में से एक (भाई राजू) को नौकरी दी गई है। जिलाधीश ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। मंत्री एर्राबेल्ली दयाकर राव, जिलाधीश गोपी, विधायक पेद्दी सुदर्शन रेड्डी और आरुरी रमेश ने राकेश के परिवार को 25 लाख रुपये का चेक और नौकरी पत्र सौंपा।
इसके बाद मंत्री एर्राबेल्ली दयाकर राव ने राकेश के शोक सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अगर अग्निपथ योजना को खत्म नहीं किया गया तो केंद्र सरकार का पतन हो जाएगा। मोदी के काले कानूनों के कारण 700 किसान मारे गए। कुछ लोग राकेश की मौत का इस्तेमाल राजनीति के लिए कर रहे हैं।
मंत्री एर्राबेल्ली ने आरोप लगाया कि सिकंदराबाद फायरिंग में पहले रबर की गोलियों का इस्तेमाल करने के बजाय सीधे गोलियां चलाई गई है। इसके पीछे साजिश है। केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी की टिप्पणी सैनिकों को अपमानित करने वाला है। कम से कम राकेश केंद्र सरकार घोषणा तक नहीं की कि वह राकेश के परिवार को मदद का आश्वासन नहीं देना दुख की बात है। उन्होंने कहा कि राकेश के परिवार को सीएम केसीआर के पास लेकर जाएंगे और उनकी हर संभव मदद करेंगे।
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राकेश के गृहनगर डब्बीरपेट को गोद
विधायक पेद्दी सुदर्शन रेड्डी ने कहा, “राकेश के गृहनगर डब्बीरपेट को गोद लिया जाएगा और विकसित किया जाएगा। राकेश की मौत नौकरी की लड़ाई में हुई है। सरकार उसके परिवार के साथ है। मुख्यमंत्री केसीआर ने मानवीय दृष्टिकोण से सोचा और 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि के साथ सरकारी नौकरी प्रदान की है।”