हैदराबाद : कोरोना टीकाकरण को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के रवैये से तेलंगाना के लोग चिंतित हैं। लोग चिंता इसीलिए कर रहे हैं कि दूसरा टीका लगवाकर कब सुरक्षित हो जाएंगे। सरकार मात्र टीकाकरण को रोककर लोगों को और परेशानी में डाल दिया है। पहली खुराक टीकाकरण को बंद करके दो सप्ताह बीत चुके हैं। दूसरी खुराक को रोककर एक सप्ताह बीत गया है। लगभग ढाई लाख लोग कोवाक्सिन की दूसरी खुराक का इंतजार कर रहे हैं।
सरकार ने वैक्सीन की कमी का हवाला देते हुए टीकाकरण को रोक दिया। अब सरकार के पास 7.73 लाख डोज उपलब्ध हैं। मगर दोबारा शुरू नहीं किया है। प्रेस कांफ्रेंस में स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन आने पर ही टीकाकरण शुरू किया जाएगा। इस बारे में वरिष्ठ अधिकारियों से पूछे जाने पर कहा है कि उनके हाथ में कुछ नहीं है। बड़े अधिकारी उन्हें जो कहते है हम वैसे की कर कर हैं।
निजी अस्पताल के मालिकों को चेतावनी
दूसरी ओर कुछ निजी अस्पतालों ने गुरुवार को घोषणा की कि वे शुक्रवार से टीकाकरण शुरू करेंगे। इस बात का पता चलते ही सतर्क हो चुके स्वास्थ्य अधिकारियों ने निजी अस्पताल के मालिकों को टीकाकरण नहीं करने की चेतावनी दी। इसके चलते वे पीछे हट गये।
44,52,966 लोगों को दूसरी खुराक देने की जरूरत
तेलंगाना में अब तक 55,23,863 लोगों को टीकाकरण किया जा चुका है। इनमें से 10,70,897 लोगों को दूसरी खुराक दी गईं। अब 44,52,966 लोगों को दूसरी खुराक देने की जरूरत हैं। इनमें 2,56,637 लोगों को इस महीने की 30 तारीख तक दूसरी खुराक मिल जानी चाहिए। इन सभी को कोवाक्सिन देना है। उनमें से कई लोगों को दूसरी खुराक की समय सीमा समाप्त हो चुकी है।
माफ करने से प्रतिरक्षा बढ़ती है?
इससे पहले अधिकारियों ने कहा कि दूसरी खुराक समय पर लेने/देने से ही कोरोना से पूरी तरह सुरक्षा मिलेगी। मगर अब दूसरी खुराक के जरूरतमंदो की ओर अनदेखी की जा रही है। हाल ही में एक प्रेस मीट में सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के निदेशक श्रीनिवास राव ने कहा कि दूसरी खुराक की प्रतीक्षा करने वाले पीड़ित उन्हें क्षमा कर दें। इस पर पीड़ितों ने श्रीनिवास राव से सवाल किया कि क्या उन्हें माफ करने से प्रतिरक्षा (Immunity) बढ़ जाएगी? वर्तमान हालात को देखते हुए दूसरी खुराक के इंतजार कर रहे लोग निजी अस्पतालों का सहारा ले रहे हैं। कुछ लोग ज्यादा पैसे देकर ब्लॉक में टीका लगवाने वालों की खोज कर रहे हैं।
ग्रामीण इलाकों में बहुत कम टीकाकरण
प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य सरकारों को ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापकस्तर पर टीकाकरण करने का निर्देश दिया है। हालांकि हमारे प्रदेश के गांवों में बहुत कम लोगों को अब तक टीका लगाया गया है। राज्य में टीकाकरण किए गए 55.23 लाख लोगों में अकेले ग्रेटर हैदराबाद में 18.69 लाख हैं। करीमनगर, वरंगल, खम्मम और निजामाबाद जैसे शहरी इलाकों में 10 लाख लोग हैं। 26.54 लाख लोग ग्रामीण क्षेत्रों के हैं।
नौ जिलों में एक लाख से भी कम
नौ जिलों में एक लाख से भी कम लोगों को टीका लगाया गया है। सबसे कम नारायणपेट जिले में 37,977, आसिफाबाद में 48,037, गद्वाल में 59,799, वनपर्ती में 61,761, वरंगल ग्रामीण में 62,190, आदिलाबाद में 63,448 जनगांव में 70,666, भूपालपल्ली में 81,258 और मंचीरियाल जिले में 96,547 लोगों को टीक दिया गया है।