हैदराबाद: देश में अब भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई जारी है। लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक लगाने के बाद अब केंद्र सरकार ने बूस्टर डोज पर बड़ा ऐलान किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि 10 अप्रैल से 18 साल से अधिक उम्र के सभी वयस्क प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटरों पर बूस्टर डोज लगवा सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी बताया है कि सरकारी वैक्सीनेशन सेंटरों पर पहले और दूसरे डोज के लिए फ्री में जारी टीकाकरण कार्यक्रम पहले की तरह जारी रहेगा। इसके साथ ही, स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्करों और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को प्रीकॉशन डोज भी जारी रहेगा और इसकी रफ्तार बढ़ाई जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगे बताया है कि 15 साल से अधिक उम्र की देश की 96 प्रतिशत आबादी को कम से कम कोविड-19 वैक्सीन की एक खुराक लगाई जा चुकी है। जबकि 83 फीसदी 15 से अधिक उम्र वाले आबादी को दोनों खुराक दी जा चुकी है।
देश में कोरोना वायरस के नये मामलों में कमी आई है। मगर अब भी इसका खतरा टला नहीं है। एक्सपर्ट्स कोविड-19 की चौथी लहर के रूप में खतरा मंडरा रहा है। विशेषज्ञ एक्सई (XE) वेरिएंट को लेकर लोगों को सावधान कर रहे हैं। तेजी से फैलने वाले कोरोना वायरस के एक्सई वेरिएंट ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। यह कोरोना के अन्य वेरिएंट के मुकाबले 10 गुना तेजी से फैलता है।
बीएमसी (BMC) ने बुधवार को मुंबई में कोरोना वायरस के एक्सई वेरिएंट का पहला मामला सामने आने की बात कही है। हालांकि केंद्र सरकार ने एक्सई वेरिएंट के किसी भी मामले की पुष्टि करने से इनकार कर दिया। अब महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा है कि एक्सई वेरिएंट के संदिग्ध मरीज की हालत ठीक है और उसके संपर्क में आने वाले सभी लोग कोरोना निगेटिव हैं।
वायरस का एक्सई वेरिएंट भारत समेत दुनियाभर के देशों में चिंता का विषय बना हुआ है। क्योंकि शुरुआती स्टडी में पता चला है कि यह अब तक के सभी वेरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक है और 10 गुना तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेता है।
इसी क्रम में विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कोविड-19 का एक्सई वेरिएंट दो अलग-अलग वेरिएंट के मिलने से बना है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के दो रूप हैं। पहला ओमिक्रॉन बीए-1 और दूसरा बीए-2 है। इन्हीं दो वेरिएंट के मिलने से एक्सई वेरिएंट (XE Variant) बना है। कोई कॉम्बिनेशन तब तैयार होता है, जब कोई व्यक्ति एक से अधिक वेरिएंट से संक्रमित हो चुका होता है।
कोविड-19 का एक्सई वेरिएंट कितना घातक है और इससे कितना नुकसान हो सकता है इसे लेकर अध्ययन जारी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। क्योंकि इसके बारे में अभी पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं। इसके साथ ही इसके लक्षणों को लेकर भी कुछ भी स्पष्ट नहीं है।
फिर भी कहा जा रहा है कि यह ओमिक्रॉन के दो सबवेरिएंट से मिलकर बना है। इसलिए इसके लक्षण भी ओमिक्रॉन से मिलते-जुलते हो सकते हैं। बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, बदन दर्द, सिरदर्द, गले में खराश और नाक बहना एक्सई वेरिएंट के लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा एक्सई वेरिएंट के कुछ अन्य लक्षणों में थकान, चक्कर आना, धड़कन, सूंघने और स्वाद में कमी बढ़ना शामिल हैं। अगर किसी में ये लक्षण नजर आये तो उन्हें तुरंत जांच करानी चाहिए।
दूसरी ओर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को कोरोना वायरस पर रिपोर्ट जारी कर अहम जानकारी दी थी। WHO ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि दुनियाभर में लगातार दूसरे सप्ताह कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में गिरावट देखी जा रही है। पिछले सप्ताह कोरोना महामारी से होने वाली मौतों की संख्या में भी कमी सामने आई।
कोविड-19 महामारी पर WHO की ताजा रिपोर्ट में कहा गया कि एक सप्ताह में संक्रमण के 90 लाख मामले सामने आये हैं। यह आंकड़े पिछले सप्ताह के मुकाबले 16 प्रतिशत कम थे। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि दुनिया के हर हिस्से में संक्रमण के मामलों में कमी देखी जा रही है। (एजेंसियां)