पालवंचा परिवार आत्महत्या मामला: राघव की रिमार्ड रिपोर्ट में चौंकाने वाले तथ्य, 15 साल में 13 केस

हैदराबाद: पुलिस ने रामकृष्ण के परिवार के साथ आत्महत्या किये जाने के मामले में अदालत में रिमांड रिपोर्ट पेश किया। रिमार्ड रिपोर्ट में चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं। रिमांड रिपोर्ट में कहा गया है कि वनमा राघवेंद्र राव उर्फ राघव के खिलाफ पिछले 15 साल में 13 मामले दर्ज किए गए हैं।

टीआरएस के विधायक वनमा वेंकटेश्वर राव का बेट राघव अपने आपको विधायक ही समझ बैठा था। बाप के नाम पर मनमानी करता रहा। वनमा राघव पूरी कोशिश करता रहा है कि उनके खिलाफ कोई भी मामला सामने न आ पाये। इसके लिए वह पुलिस और अधिकारियों पर दबाव डालता था। रिमार्ड रिपोर्ट में बताया गया कि उसने एक महिला के साथ बलात्कार किया। एक फाइनांसर आत्महत्या के मामले में ए-1 है। जंगल में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।

पीड़ित रामकृष्ण परिवार आत्महत्या मामले में राघव ए-2 है। उसके खिलाफ दर्ज 12 अन्य मामलों में भी आरोपी है। उसके खिलाफ कोत्तागुडेम शहर में विभिन्न थानों में तीन और मामले दर्ज किये गये हैं। पता चला है कि ताजा तीन और पीड़ितों ने पालवंचा एसीपी कार्यालय में राघव के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। कुछ और पीड़ित शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं।

राघव के खिलाफ दर्ज मामलों विवरण…

2006 में पलवांचा पुलिस स्टेशन में सरकारी संपत्ति की तोड़फोड़ और अन्य कारणों के विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज किये गये है।

2013 में पंचायत चुनाव के दौरान पालवांचा ग्रामीण थाने क्षेत्र पैसे और उपहार बांटते समय गिरफ्तार किया गया। चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के दो मामले दर्ज हैं।

2018 में विधानसभा चुनाव में आचार संहिता नियमों का उल्लंघन किये जाने के कोत्तागुडेम के तृतीय थाने में दो मामले दर्ज हैं।

2017 में सरकारी अधिकारियों के ड्यूटी में बाधा डालने, सरकारी संपत्ति की तोड़फोड़ किये जान के कारण केटीपीएस के वरिष्ठ अधिकारियों की शिकायत पर पालवांचा टाउन पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया।

2019 में लक्ष्मीदेवीपल्ली क्षेत्र में बिना अनुमति के जंगल में प्रवेश करने और सरकारी संपत्ति को नष्ट करने और वन अधिकारियों के कर्तव्यों में बाधा डालने का मामला दर्ज किया गया।

2020 में पालवंचा शहर के एक महिला के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज है।

2021 में पालवांचा के एक फाइनेंसर मलिवेद्दी वेंकटेश्वर्लु के आत्महत्या मामले में उसके सुसाइड नोट के आधार पर जुलाई महीने में
धारा 306 के तहत थाने मामला दर्ज है। इस मामले में राघव ए-1 आरोपी है।

रामकृष्ण की मां और बहन गिरफ्तार

पुलिस ने सोमवार को पालवंचा के नागा रामकृष्ण परिवार के आत्महत्या मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया। उन्हें कोत्तागुडेम अदालत में पेश किया। पुलिस ने इस मामले में आरोपी ए-3 और ए-4 क्रमश: लोगा माधवी (नागरमाकृष्ण की बहन) और मंडिगा सूर्यवती (नागरमाकृष्ण की मां) को गिरफ्तार किया। पूछताछ और मेडिकल जांच के बाद दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। न्यायाधीश ने उन्हें 14 दिन की हिरासत में खम्मम जिला जेल भेज दिया।

जेल में मुलाकात

इसी क्रम में भद्राचलम सब-जेल में जहां राघव के छोटे भाई रामकृष्ण, रिश्तेदार वीरभद्रम और लक्ष्मण राव मिलने आये। जेल नियमों के अनुसार उन्हें केवल आधे घंटे मुलाकात की। हालांकि भद्राचलम उप-जेल अधीक्षक उपेंद्र ने कहा कि जेल में अन्य कैदियों की तरह राघव भी को भी देखा जा रहा है। उनके लिए कोई विशेष सुविधा नहीं है।

आपको बता दें कि भद्रादी कोत्तोगुडेम के टीआरएस विधायक वनमा वेंकटेश्वर राव के पुत्र राघव की प्रताड़ना से तंग आकर रामकृष्णा परिवार आत्महत्या किया था। इस मामले से तेलंगाना में दहल उठा। राघव की प्रताड़ना से तंग आकर रामकृष्ण सुसाइड नोट लिखकर इस महीने की 3 तारीख को पत्नी और दो बच्चों के साथ आत्महत्या किया था।

टीआरएस पार्टी के विधायक का बेटा मुख्य आरोपी होने की बात सामने आने के चा-पांच दिन तक टीआरएस आलाकमान खामोश रही। इसके चलते विपक्षी दल टीआरएस पार्टी की जमकर आलोचना की। आरोप है कि पद और धन के बल पर राघव के अपराधों को रोकने वाला कोई नहीं रहा। इसी बीच तेलंगाना टीपीसीसी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी, बीजेपी के विधायक टी राजा सिंह और अन्य नेताओं ने इस मामले को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया।

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