हैदराबाद : देश में एक बार फिर से कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन बीएफ.7 के सामने आने के बाद दहशत का माहौल है। इसको लेकर केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। महामारी के खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की है। गुरुवार को हुई यह बैठक करीब एक घंटे तक चली।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, आईसीएमआर के अधिकारी, सिविल एविएशन के अधिकारी, नीति आयोग के वीके पॉल और अन्य मौजूद थे। बैठक में मौजूदा तैयारियों की समीक्षा की गई और भविष्य में उठाने जाने वाले मुद्दों पर चर्चा हुई।
केंद्र सरकार ने कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन बीएफ.7 से संक्रमण को रोकने के लिए विदेश से आने वाले यात्रियों को लेकर खास दिशा-निर्देश दिए हैं। देश भर के हवाईअड्डों पर विदेश से आने वाले यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग शुरू कर दी गई है। सरकार ने ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट से संक्रमण को लेकर लोगों को सलाह देते हुए कहा है कि इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है। लोगों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सोशल दूरी बनाए रखने के साथ ही मास्क लगाने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही कोरोना पॉजिटिव के नमूने The Indian SARS-CoV-2 Genomics Consortium (INSACOG) जीनोम सीक्वेंसिंग लैब में भेजने के निर्देश दिए हैं।
चीन समेत कई देशों में ओमिक्रॉन बीएफ.7 के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए मोदी की सरकार अलर्ट है। देश में नए वैरिएंट सामने आने के बाद इसके खतरे को वक्त रहते रोकने के लिए सरकार प्रयास में जुट गई है। इसे लेकर जरूरी परीक्षण किए जा रहे हैं। राज्य सरकारें भी सतर्क हो गई हैं। गौरतलब है कि गुजरात और ओडिशा में अक्टूबर-नवंबर में ओमिक्रॉन बीएफ.7 और बीएफ.12 वैरिएंट से संक्रमित चार मरीज सामने आये। (एजेंसियां)