हैदराबाद : राष्ट्रीय ध्वज के डिजाइनर पिंगली वेंकय्या की बेटी घंटासाला सीतामहालक्ष्मी का निधन हो गया। सीतामहालक्ष्मी ने पलनाडु जिले के माचर्ला स्थित अपने घर में अंतिम सांस ली। गुरुवार की दोपहर अस्वस्थ महसूस कर रही थी। घर पर मौजूद बेटे नरसिम्हा को बुलाया गया। थोड़ी देर बाद उनमें कोई हलचल नहीं हुई। यह देख बेटे ने डॉक्टर को बुलाया। डॉक्टरों ने आकर जांच की और पुष्टि की कि उनका निधन हो गया।
सीता महालक्ष्मी के निधन पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी, सरकारी सचेतक पिन्नेल्ली रामकृष्ण रेड्डी, पूर्व मंत्री पत्तिपाटी पुल्लाराव और अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय ध्वज के निर्माण के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर पिछले साल 12 मार्च को मुख्यमंत्री वाईएस जगन ने माचर्ला गये और सीतामहालक्ष्मी का सम्मान किया और उनके साथ बातचीत की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सरकार की ओर से सीता महालक्ष्मी को 75 लाख रुपये का चेक भी सौंपा। आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत सीता महालक्ष्मी को अगले महीने की 2 तारीख को सम्मानित किया जाना है। लेकिन इससे पहले ही वह इस दुनिया से चल बसी।
सीतामहालक्ष्मी के पति उग्रनरसिंहा है। उनके छह बच्चे हैं। उनमें से एक नरसिम्हा है। वे एक शिक्षक के रूप में कार्य किया और सेवानिवृत्त हो गये। अब वे माचर्ला में रहते हैं। दादाजी पिंगली की जीवनी पर नरसिम्हा ने एक किताब लिखी है। स्वतंत्रता काल के अनुभवों को मां से सुनी और उसे पुस्तक में समाहित किया। यह पुस्तक काफी लोकप्रिय हुई।