हैदराबाद: उपचुनाव वाले मुनुगोडु निर्वाचन क्षेत्र में शाम होते ही दावतें शुरू हो रही हैं। लगभग सभी पार्टियां दावतों का आयोजन कर रही हैं। पीने वालों को जितना चाहे उतना और खाने वालों को जितना खाये उतना परोस रहे हैं। शाम होते ही जिधर देखो उधर यही नजारा देखने को मिलता है। इन दावतों के जरिए युवाओं और शराबियों के वोट हासिल करने के सभी दल प्रयास कर रहे हैं।
राजनीतिक दल इन दावतों के जरिए मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। चुनाव अधिसूचना के बाद से रोजाना निर्वाचन क्षेत्र में जमकर शराब की आपूर्ति की जा रही है। इस तरह मुनुगोडु विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में शराब एक जीव नदी की तरह बह रही है।
आबकारी विभाग के हिसाब के अनुसार मुनुगोडु निर्वाचन क्षेत्र में 22 अक्टूबर तक 160.8 करोड़ रुपये की शराब बिक चुकी है। मतदान और 8 दिन बचे हैं। कहा जा रहा है कि इन आठ दिनों में शराब की बिक्री दोगुनी होने की संभावना है। उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक शराब की बिक्री 200 करोड़ रुपये से ज्यादा हो जाएगी। बताया जाता है कि सबसे ज्यादा शराब की बिक्री मुनुगोडु मंडल में हुई है, जबकि सबसे कम गट्टुप्पल मंडल में हुई है।
नलगोंडा जिले में कुल मिलाकर देखा जाए तो हर महीने करीब 132 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री होती है। लेकिन मुनुगोडु उपचुनाव के चलते इस महीने में 200 करोड़ रुपये से अधिक की शराब की बिक्री होने की संभावना है। मुनुगोडु उपचुनाव में हर वोट महत्वपूर्ण हो गया है। इसके चलते सभी दलों की नजर हैदराबाद के आसपास के इलाकों में रहने वाले मुनुगोडु मतदाताओं पर पड़ी है। खबरें आ रही हैं कि हैदराबाद के आसपास के इलाकों में रहने वाले वोटरों के लिए खास डिनर का इंतजाम किया जा रहा है। इस डिनरों में भारी मात्रा में शराब और मांसाहार की सप्लाई की जा रही है।
इसी क्रम में हैदराबाद में मुनुगोडु मतदाताओं के लिए आत्मीय सम्मेलन के नाम पर बैठकें और सभाओं का आयोजन किया जा रहा है। इन बैठकें और सभाओं के बाद रात्रि भोज की व्यवस्था की जा रही है। इन दावतों पर खर्च होने वाले विवरण पर गौर करें तो पता चला है कि शराब की बिक्री 300 करोड़ रुपये से अधिक है। शराब के अलावा सभी दल हर दिन निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के लिए मांसाहारी भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि इसके लिए सभी पार्टियां 50 करोड़ रुपये और खर्च कर रही हैं। उपचुनाव के चलते मुनुगोडु में मटन और चिकन की बिक्री में भी भारी वृद्धि हुई है। चिकन और मटन के दुकान के मालिकों का कहना है कि चुनाव की वजह से वे अच्छा कारोबार हो रहा है और हर दिन बड़े पैमाने पर चिकन और मटन बिक रही हैं।