हैदराबाद: हिंदू और हिंदुत्व में अंतर बताकर बीजेपी पर निशाना साधने की कोशिश करने वाले कांग्रेस पार्टी के पूर्व राहुल गांधी खुद विपक्षी दलों के निशाने पर आ गये हैं। सोमवार को उनके बयान पर तंज कसते हुए ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने शनिवार को राहुल गांधी के ‘हिंदू और हिंदुत्व’ वाले भाषण पर जमकर निशाना साधा। ओवैसी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर 2021 के लिए ‘हिंदुओं को सत्ता में लाने’ को ‘धर्मनिरपेक्ष एजेंडा’ के रूप में सूचीबद्ध करने के लिए नाराजगी जताई है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हिंदुओं को सत्ता में लाना कांग्रेस का 2021 में सेक्युलर एजेंडा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी ने हिंदुत्ववादियों के लिए जमीन तैयार की है और वह बहुसंख्यकवाद की फसल काटने की कोशिश कर रहे हैं। ओवैसी ने ट्विटर पर गांधी को याद दिलाते हुए कहा, “भारत सभी भारतीयों का है। अकेले हिंदू का नहीं। भारत सभी धर्मों के लोगों का है और उनका भी है, जिनकी कोई आस्था नहीं है।”
राजस्थान की राजधानी जयपुर में महंगाई हटाओ रैली के दौरान राहुल गांधी ने कहा था, “मुझे डर नहीं है, क्योंकि मैं एक हिंदू हूं, हिंदुत्ववादी नहीं।” हिंदू और हिंदुत्ववादी में अंतर बताते हुए राहूल ने कहा, “महात्मा गांधी हिंदू हैं, गोडसे हिंदुत्ववादी हैं। एक हिंदू अपने डर का सामना करता है, जबकि हिंदुत्ववादी अपने डर के आगे झुक जाता है और वह डर दुश्मनी पैदा करता है। हिंदू और हिंदुत्ववादी के बीच का यहीं है अंतर।”
Rahul & INC fertilised the ground for Hindutva. Now they’re trying to harvest majoritarianism. Bringing “Hindus to power” is a “secular” agenda in 2021. Wah!
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 12, 2021
India belongs to all Bharatiyas. Not Hindus alone. India belongs to people of all faiths & also those who have no faith pic.twitter.com/9EfpynChqU
उन्होंने आगे कहा, “यह देश हिंदुओं का है, हिंदुत्ववादियों का नहीं। हिंदुओं को दबाया नहीं जा सकता, तीन हजार साल में नहीं हुआ और आज भी नहीं होगा। इसलिए मोदी और उनके उद्योगपतियों ने 4-5 साल में देश से इसे नष्ट कर दिया। लेकिन जब हिंदुत्ववादियों के सामने हिंदू किसान खड़े हुए, तो पीएम मोदी ने माफी मांगी।”
#WATCH | I want to ask Muslims of India what we got from secularism?Did we get reservation from Secularism? Did the ppl who demolished the mosque get punishment? No, no one got anything…I believe in constitutional secularism¬ in political secularism: Asaduddin Owaisi (11.12) pic.twitter.com/y9tfRtlD8q
— ANI (@ANI) December 11, 2021
केंद्र पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “उन्होंने माफी मांगी, लेकिन जब किसानों ने मुआवजा मांगा, तो उन्होंने इनकार कर दिया। संसद में केंद्र ने कहा कि शहीदों का कोई रिकॉर्ड नहीं है। मैंने पंजाब के 500 किसानों की सूची और हरियाणा से 70 नाम दिखाये और मांग की कि वे उन्हें मुआवजा दें। लेकिन पीएम मोदी ने इनकार कर दिया। डरो मत, हम कभी नहीं हारेंगे।”