हैदराबाद: सिकंदराबाद ‘अग्निपथ’ के विरोध के चलते बीजेपी सरकार को राजनीतिक आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और तेलंगाना मंत्री केटीआर ने केंद्र सरकार की खिंचाई करते हुए कहा कि वन रैंक-वन पेंशन से सेना को आज नो रैंक-नो पेंशन में लेकर आई है।
केटीआर ने आगे कहा कि ‘जय जवान-जय किसान’ के नारे लगाने वाले इस देश में केंद्र सरकार ने कल तक किसानों को काले कानूनों से परेशान करता रहा है। अब जवानों को उसी अड़ियल रवैये से परेशान कर रहा है। वन रैंक-वन पेंशन से नो रैंक-नो पेंशन तक लेकर आई है।
देशभर में आक्रोशित युवाओं की गुस्से के लिए केंद्र सरकार ही पूरी तरह से जिम्मेदार है। भारत एक लोकतांत्रिक देश होने की बात को केद्र सरकार भूल गई है। एक तरफा फैसले ले रही है। सरकार के तानाशाही फैसले लेने के कारण ही लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। किसानों से सलाह-मशविरा किये बिना काले कानून लेकर आई है। व्यापारियों से बातचीत किये बिना जीएसटी की लागू किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस तानाशाही बीजेपी सरकार ने नागरिकों की पीड़ा पर बिना विचार किये डिमॉनिटेशन, लॉकडाउन, अल्पसंख्यकों से चर्चा किये बिना सीएए जैसे फैसले लेकर देश को संकट में डाल दिया है। मंत्री केटीआर ने मांग की कि सरकार द्वारा प्रस्तावित अग्निपथ योजना पर पुनर्विचार किया जाए।
The violent protests against #AgniveerScheme is an eye-opener & acute indicator of the magnitude of unemployment crisis in the country
— KTR (@KTRBRS) June 17, 2022
Pehle Desh ke Kisan Ke Saath खिलवाड़ Aur Ab Desh ke Jawan Ke Saath खिलवाड़
From One Rank – One Pension to proposed No Rank – No Pension!