अमरावती : पश्चिम गोदावरी जिले के नरसापुरम के सांसद रघुराम कृष्णराजू को अयोग्य ठहराये जाने की शिकायत पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गंभीर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सांसद रघुराम कृष्णराजू को अयोग्य ठहराये जाने की वाईएसआरसीपी की शिकायत पर गौर किया जा रहा है। सांसद रघुराम से दूसरी बार स्पष्टीकरण मांगा गया है। लोकसभा अध्यक्ष ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद मीडिया के एक सवाल के जवाब में यह बात कही।
गौरतलब है कि वाईएसआरसीपी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से नरसापुरम के सांसद रघुराम कृष्णराजू के खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज की है। शिकायत में वाईएसआरसीपी (YSSRCP) ने स्पीकर से कृष्णराजू को अयोग्य ठहराने का आग्रह किया। एक सांसद ने यह भी कहा कि स्पीकर इस विषय में पक्षपातपूर्ण रवैया अपना रहे हैं। हम एक साल से रघुराम के खिलाफ शिकायत कर रहे हैं। मगर लोकसभा अध्यक्ष इसे नजरअंदाज कर रहे है। अगर रघुराम के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई तो हम संसद में विरोध करने से भी नहीं हिचकिचाएंगे।
इसी बीच सांसद रघुराम कृष्णराजू ने गिरफ्तारी और जमानत के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की। इस दौरान सांसद ने गिरफ्तारी और इसके बाद उत्पन्न हालात के बारे में स्पीकर ओम बिरला को जानकारी दी। साथ ही सदन के अधिकारों के उल्लंघन के तहत सीबी सीआईडी पुलिस के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया। एपी पुलिस के खिलाफ भी रघुराम ने स्पीकर के पास शिकायत दर्ज कराई। सांसद रघुराम कृष्णराजू ने इस आशय का एक ज्ञापन स्पीकर ओम बिरला को सौंपा।
ज्ञातव्य है कि सांसद रघुराम मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी और वाईसीआरसीपी सरकार की लंबे समय से आलोचना कर रहे हैं। इतना ही नहीं, अपने विधानसभा क्षेत्र को न जाते हुए रघुराम दिल्ली और हैदराबाद में ही रहे हैं। इसी बीच वाईएस जगन मोहन रेड्डी और वाईएसआरसीपी नेताओं के खिलाफ गंभीर टिप्पणी कर रहे हैं। इसी दौरान सांसद रघुराम को धमकियां मिली। धमकियों को देख उन्होंने स्पीकर ओम बिरला से सुरक्षा बढ़ाने का आग्रह किया। लोकसभा अध्यक्ष ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से सुरक्षा बढ़ाने की सिफारिश की। इसके चलते सांसद रघुराम को फिलहाल ‘वाई’ कैटेगरी की सुरक्षा मिल रही है।
आपको बता दें कि सांसद रघुराम को सीआईडी पुलिस ने हैदराबाद में उनके आवास पर गिरफ्तार किया जाने को लेकर हड़कंप मच गया था। चिकित्सा जांच मुद्दे के दौरान भी नाटकीय परिणाम हुए। सिकंदराबाद सेना अस्पताल में परीक्षण करके रिपोर्ट दी गई। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सांसद रघुराम को जमानत दी।