हैदराबाद: तेलंगाना की गद्वाल कोर्ट ने अकेली और सेंधी कंपाउंड में सेंधी पीने के लिए आने वाली महिलाओं को निशाना बनाकर 17 महिलाओं को बेहरमी से हत्या करने वाले आरोपी को उम्रकैद की सजा सुनाई है। एरुकली श्रीनु (47) सेंधी पीने कंपाउंड आने वाली महिलाओं के साथ मीठी-मीठी बातें करके अपनी जाल में फंसाकर सुनसान जगह पर ले जाता था। इसके बाद उनकी बेहरमी से हत्या करता और उनके सोने और चांदी के आभूषण लेकर मौके पर फरार हो जाता था। इस तरह उसने एक नहीं, दो नहीं, बल्कि 17 महिलाओं की बेहरमी से हत्याएं की। ऐसे मानव रूपी राक्षस को गद्वाल कोर्ट के तीसरे अपर जिला न्यायाधीश ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
मिली जानकारी के अनुसार, महबूबनगर जिले के बालानगर मंडल के गुंडेडु गांव निवासी एरुकली श्रीनु ने साल 2007 में सगे भाई की हत्या के आरोप में जेल गया था। जेल से बाहर आने के बाद उसने अपने जीवन में परिवर्तन लाने के बजाय अपराध वृत्ति को चुना। रंगारेड्डी जिले में रहकर उसने अकेली और सेंधी कंपाउंड में सेंधी पीने के लिए आने वाली महिलाओं को टार्गेट बनाकर बेहरमी से हत्या करता था।
अनेक मामलों में गिरफ्तार होकर अनेक बार जेल आने वाला श्रीनु अगस्त 2018 में आखिरी बार जेल से बाहर आ गया था। जेल अधिकारियों ने उसे अपनी जीवनशैली बदलने के इरादे से जिला जेल पेट्रोल बंक पर काम करने का मौका दिया। लेकिन ठीक से काम नहीं करने के कारण उसे काम पर से निकाल दिया गया। उसने अधिकारियों से माफी मांगी और काम पर लौट आया। लेकिन उसका चाल-चलन नहीं बदला।
इसी क्रम में 17 दिसंबर 2019 को देवरकद्रा मंडल के डोकुरु गांव के पास एक महिला का शव पाया गया। पुलिस की जांच में मृतक महिला की पहचान नवाबपेट मंडल के कुचुरु गांव निवासी अलिवेलम्मा के रूप में की गई। क्लूज टीम ने खुलासा किया कि अलिवेलम्मा की हत्या मामले में पुराने अपराधी शामिल है। इसके चलते पुलिस कई पुराने अपराधियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इसी क्रम में श्रीनू को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपराध स्वीकार कर लिया।
श्रीनु ने पुलिस को बताया कि महबूबनगर जिले के मिड्जिल, भूत्पुर, देवरकाद्रा और कोत्ताकोट्टा थाना क्षेत्र में चार महिलाओं की उसने हत्याएं की। रंगारेड्डी जिले के अब्दुल्लापुरमेट में एक महिला का कंकाल मिला था। यह हत्या भी श्रीनु के किये जाने का खुलासा हुआ। इस बीच देवरकद्रा हत्या मामला प्रकाश में आते ही पुलिस ने श्रीनू को गिरफ्तार किया। पुलिस की पूछताछ उसने एक नहीं, दो नहीं, कुल 17 महिलाओं की हत्या किये जाने की बात कबूल किया।