हैदराबाद: प्रजा शांति पार्टी (Praja Shanti Party) के अध्यक्ष केए पॉल (KA Paul) दोनों तेलुगू राज्यों के साथ केंद्र सरकार की ओर से किये जा रहे अन्याय के खिलाफ बुधवार को दिल्ली के जंतर मंतर (Jantar Mantar) पर धरना कार्यक्रम करने का फैसला लिया है। पॉल ने मांग की कि आंध्र प्रदेश विभाजन अधिनियम में उल्लेखित सभी समस्याओं को तुरंत समाधान करें। उन्होंने सभी दलों से इस धरना कार्यक्रम का समर्थन करने का आग्रह किया है। सीएम केसीआर, सीएम जगन, जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण समेत अन्य दलों के नेताओं को धरना कार्यक्रम में भाग लेने का आह्वान किया। इस धरना कार्यक्रम में सीएम केसीआर आए और उनके साथ दस मिनट बैठे। पॉल ने आरोप है कि केसीआर ने कोरोना के दौरान पैरासिटामोल लेने की बात कहने के कारण लाखों लोगों की मौत हुई है।
केए पॉल ने कहा कि सीएम केसीआर (KCR) द्वारा बादल फटने को लेकर की गई टिप्पणी हास्यास्पद हैं। सीएम स्तर का व्यक्ति इस तरह की टिप्पणी करना शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि पवन कल्याण को सीएम जगन का अपमान करने के अलावा और कुछ आता ही नहीं। पॉल ने आलोचना की कि पवन दस साल में 9 पार्टियों में शामिल हुआ है। वह राजनीति के लिए योग्य व्यक्ति नहीं है। जेडी लक्ष्मीनारायण जैसे नेताओं ने उनकी पार्टी छोड़कर चले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं हैदराबाद में ग्लोबल समिट करना चाहता हूं। मगर बीजेपी नेता उन पर दबाव बना रहे हैं कि गुजरात में ग्लोबल समिट करें। मगर मैं दोनों राज्यों के लाभ के लिए हैदराबाद में ही ग्लोबल समिट का आयोजन करूंगा।
केए पॉल ने कहा कि वह राजनीतिक नेताओं की धमकियों से नहीं डरेंगे। 8 करोड़ तेलुगु लोगों के कल्याण के लिए वह किसी भी हद तक जाने को तैयार है। आरोप लगाया कि सीएम केसीआर ने पांच लाख करोड़ और एपी सीएम जगन मोहन रेड्डी ने 8 करोड़ लाख कर्ज किया है। उन्होंने कहा कि हमारा देश भी जल्द ही वेनेजुएला और श्रीलंका बनने जा रहा है। केए पॉल ने साफ कर दिया है कि अगर केंद्र सरकार 15 अगस्त तक विभाजन अधिनियम के वादों को पूरा नहीं करती है तो वह आमरण अनशन करेंगे।
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