हैदराबाद: देश में एक हजार करोड़ और उससे अधिक की संपत्ति वाले अमीर लोगों की सूची को हुरुन रिपोर्ट इंडिया, IIFL वेल्थ ने जारी की है। ‘IIFL Wealth Hurun India Rich List 2022’ के नाम से जारी इस लिस्ट में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 78 लोगों को जगह मिली हैं। इनकी कुल संपत्ति 3,90,500 करोड़ रुपए हैं। साथ ही आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से 11 लोग अमेरिकी अरबपति हैं।
ताजा सूची के अनुसार आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अमीरों की कुल संपत्ति में पिछले साल की तुलना में 3 फीसदी की वृद्धि हुई है। 56,200 करोड़ रुपये के साथ दिवीस प्रयोगशाला से संबंधित परिवार इस सूची में सबसे अमीर परिवार बन गया। इसके बाद 39,200 करोड़ रुपये के साथ हेटेरो लैब्स के बी पार्थसारथी रेड्डी ने दूसरा स्थान हासिल किया। साथ ही हैदराबाद के 64, विशाखापट्टणम जिले के पांच और रंगारेड्डी जिले के तीन लोगों को इस सूची में जगह मिली है।
इस सूची के बारे में आईआईएफएल वेल्थ कंपनी के संस्थापक और संयुक्त सीईओ यतिन शाह ने कहा कि देश की संपत्ति में वृद्धि में योगदान देने वाले कई कारकों को ध्यान में रखते हुए यह सूची तैयार की गई है। ध्यान देने वाली बात यह है कि दक्षिण भारत से इसी सूची में स्थान पाने वालों में अधिकतम 75 लोग आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से संबंधित है। सूची में लोगों की संख्या के संदर्भ में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के अधिकांश सबसे अमीर लोग फार्मा क्षेत्र से हैं। उसके बाद क्रमशः खाद्य प्रसंस्करण, खाद्य और पेय पदार्थ, निर्माण और रासायनिक क्षेत्रों को स्थान मिला। यतिन शाह ने कहा कि उम्मीद है कि भविष्य में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के और लोगों को इस सूची में जगह मिलेगी।
हुरून इंडिया के एमडी और मुख्य शोधकर्ता अनास रहमान जुनैद ने कहा कि उन्होंने 11 साल में 26 बार सूची जारी की है। आईआईएफएल वेल्थ हुरुन एपी, तेलंगाना अमीरों की सूची में शामिल होने वालों की संख्या आज तीन से बढ़कर 78 हो गई है। उन्होंने कहा कि अगर यही आंकड़ा अगले पांच साल तक जारी रहा तो अगले दशक तक आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के 200 लोगों को इस सूची में जगह मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि यह सूची साबित करती है कि यूक्रेन युद्ध, मुद्रास्फीति के दबाव आदि से वैश्विक संकट पर भारत ने काबू पा लिया है। जुनैद ने बताया कि देश में 100 लाख करोड़ की संपत्ति के साथ 1,103 लोगों ने इस सूची में जगह बनाई है।