हैदराबाद: हैदराबाद लिटरेरी फेस्टिवल 2024 का आयोजन आगामी 26 से 28 जनवरी तक हर दिन सुबह 10 से शाम 6 बजे तक नॉलेज सिटी, डिस्ट्रीक्ट 150, हाईटेक सिटी में किया जाएगा। इस फेस्टिवल में भाग लेने वाले कला और साहित्य प्रेमियों के लिए रॉयदुर्गम मेट्रो स्टेशन से नॉलेज सिटी तक नि:शुल्क बस की व्यवस्था की गई है। प्रवेश भी नि:शुल्क है।
हैदराबाद लिटरेरी फेस्टिवल के अंतर्गत सुहास भटनागर के नाटक, ‘चुहलबाज़ियाँ, इस्मत और मंटो की’ जो कि इन दोनों की दोस्ती पर ही आधारित था, के भी तीन शो हुए हैं। उस नाटक को भी हैदराबाद शहर में काफ़ी पसंद किया गया। पहली बार इस्मत और मंटो की दोस्ती को कहानी के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। इस प्रस्तुति में हँसी, दोस्ती के कई रंग, दोनों के व्यक्तित्व के कई रंग तो हैं ही, साथ में इस्मत और मंटो पर बंटवारे का दर्द भी दिखलाई देता है।
कहानीवाला की कहानी, ‘परछाई, इस्मत और मंटो की’ दो उर्दू के दिग्गज लेखकों की छह साल लंबी दोस्ती की कहानी है। यह सर्व विदित है कि इस्मत चुग़ताई और मंटो बहुत अच्छे दोस्त थे। इन दोनों की दोस्ती ज़्यादा लंबी नहीं चल सकी क्यूंकि बंटवारे के बाद, 1948 में मंटो हिन्दुस्तान छोड़ कर, पाकिस्तान चले गए थे। इस संकल्पना में दोनों की दोस्ती के कुछ खट्टे-मीठे लम्हे भी जोड़े गए हैं।
‘परछाई, इस्मत और मंटो की’ प्रस्तुति इस बार हैदराबाद लिटरेरी फेस्टिवल में 27 जनवरी 2024 को 3 बजे किया जाएगा। इस बार कहानीवाला की टीम में संघमित्रा मलिक इस्मत की भूमिका में, सुहास भटनागर मंटो की भूमिका में, सुदेष्ना सामंत अतिथि भूमिका में रहेंगी तथा रवि वैद इस्मत और मंटो का परिचय देंगे और कहानी का संचालन करेंगे। पोस्टर नेहा सुराना भंडारी और हैदराबाद लिटरेरी फेस्टिवल टीम ने बनायें हैं। आयोजकों ने कला और साहित्य प्रेमियों से सफल बनाने की अपील की है।