जयपुर (रेनू शब्द मुखर की रिपोर्ट): राजस्थान हिंदी ग्रंथ अकादमी जयपुर एवं संपर्क संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में हिंदी दिवस विशेष कार्यक्रम “हिंदी है हम” काव्य सरिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में देश भर से भी कवि-कवयित्रियों ने काव्य पाठ करके अपने भावों को व्यक्त किया। स्वागत अध्यक्ष डॉ .बी. एल सैनी निदेशक राजस्थान हिंदी ग्रंथ अकादमी ने सभी पधारे हुए साहित्य अनुरागियों का स्वागत करते हुए हिंदी दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित की व सम्पर्क संस्थान की हिंदी संवर्धन में महती भूमिका बताई।
MIDHANI
संपर्क समन्वयक महासचिव रेनू शब्द मुखर ने कहा कि इस तरीके के कार्यक्रम आज समय की आवश्यकता है व हिंदी सभी को हिंदी भाषा के संवर्धन की दिशा में समर्पित होकर कार्य करना चाहिए।कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल की सहायक सचिव डॉ. ज्योति जोशी ने कि उनके संघर्षमय जीवन के पलों को किस प्रकार हिंदी भाषा ने संवारा बताते हुए सबको प्रेरित किया व अपनी कविता सुनाई।
संयोजक डॉ नेहा पारीक ने बताया कि कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राजभाषा कार्यान्वयन समिति के समन्वयक अशोक अग्रवाल ने हिन्दी को पूर्ण रूपेण अपनाने पर जोर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही डॉ. जयश्री शर्मा ने अपने संबोधन में हिंदी का महत्व बताते हुए सभी से हिंदी में ही हस्ताक्षर करने का अनुरोध किया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार फ़ारूक आफरीदी ने शिरकत की व अपने उद्बोधन में सभी को भाषा की गलतियों को सुधार करते हुए भाषा को परिमार्जित कर आत्मसात करने पर जोर दिया। जोधपुर से आए वैभव शर्मा ने सत्ता पर, राजेन्द्र शर्मा हंस ने हिंदी पर, मंजूलता ने हिन्दी का परचम, पवनेशवरी ने मुक्तक, डॉ. नेहा ने हिन्दी सरल है, सुशीला ने हिन्दी के गीत, डॉ. कंचना सक्सेना, ज्योत्सना, डॉ. रेखा, कमलेश, डॉ. अंजु सक्सेना, वर्षा, शैलेश, विजयलक्ष्मी, रेनू, हिमाद्री समर्थ, डॉ. आरती,अनामिका, माधुरी ने काव्य पाठ किया।
काव्य सरिता का सफल संचालन सलोनी क्षितिज के द्वारा किया गया। डॉ. आरती भदौरिया ने आभार व्यक्त किया ।