हैदराबाद : लिटिल फ्लावर डिग्री कॉलेज (एलएफडीसी), उप्पल, हैदराबाद के भौतिक विज्ञान विभाग ने 28 जुलाई को ‘विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में उभरते रुझान’ पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का सफलतापूर्वक उद्घाटन संपन्न किया। अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन तेलंगाना के माननीय राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों, शिक्षाविदों और शोधार्थियों की उपस्थिति में किया।

अपने उद्घाटन संबोधन में राज्यपाल ने राष्ट्रीय विकास में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों को नवीन दृष्टिकोण अपनाने और वैज्ञानिक प्रगति को प्रेरित करने वाली जिज्ञासा की भावना को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।

इस सम्मेलन का उद्देश्य गणित, सांख्यिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स, भौतिकी और कंप्यूटर साइंस जैसे विविध विषयों में हो रहे अनुसंधान और नवाचारों को मंच प्रदान करना है। सम्मेलन में भारत और विदेश के प्रतिष्ठित शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने भाग लिया। इनमें अमेरिका, ओमान, इंडोनेशिया, कनाडा, सऊदी अरब और मलेशिया के वक्ता प्रमुख हैं।
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सम्मेलन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता, बिग डाटा, क्वांटम कंप्यूटिंग, साइबर सुरक्षा, स्मार्ट सिटी, स्मार्ट खेती, हेल्थ मॉनिटरिंग, गणितीय मॉडलिंग, सांख्यिकीय विश्लेषण और क्वांटम तकनीक जैसे विषयों पर व्याख्यान केंद्रित होंगे।

कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल के करकमलों से सम्मेलन की स्मारिका का अनावरण किया गया। कार्यक्रम के आरंभ में एलएफडीसी के निदेशक ब्रदर जॉन कलारक्कल ने राज्यपाल सहित सम्मेलन के सभी प्रतिभागियों का हार्दिक स्वागत करते हुए कॉलेज की शैक्षणिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम की मेजबानी पर गर्व और प्रसन्नता व्यक्त की।
स्वागत समारोह के बाद प्रधानाचार्या श्रीमती जयंती रेड्डी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया और सम्मेलन के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला, इसके मूल उद्देश्यों और उभरते विषयों को रेखांकित किया जो विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के गतिशील परिदृश्य को दर्शाते हैं। राज्यपाल की उपस्थिति ने सम्मेलन को अत्यधिक मूल्यवान बना दिया। उद्घाटन सत्र की समाप्ति पर लिटिल फ्लावर डिग्री कॉलेज के संवाददाता ब्रदर अरुण प्रकाश
द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग के लिए सभी उपस्थित लोगों और योगदानकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। सम्मेलन का शुभारंभ व समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
