अमरावती: आंध्र प्रदेश के वित्त मंत्री बुग्गना राजेंद्रनाथ रेड्डी ने आंध्र प्रदेश में आर्थिक स्थिति पर विपक्ष की तीखी आलोचना के बीच जगन सरकार द्वारा किये गये कर्ज और खर्च के आंकड़े जारी किये हैं। प्रदेश की वित्तीय स्थिति को रेखांकित करते हुए शनिवार को विपक्षी दलों की बोलती बंद करने वाला एक बयान जारी किया।
वित्त मंत्री बुग्गना राजेंद्रनाथ रेड्डी ने बताया कि आंध्र प्रदेश में कोरोना रोकथाम के लिए अब तक 7,130 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किया गया है। केंद्र सरकार और आरबीआई परिधि के भीतर ही प्रदेश सरकार कर्जदार ले रही है।
वित्तमंत्री ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण 7,947 करोड़ रुपये राजस्व घाटा हुआ है। कोरोना के कारण अर्थव्यवस्था तहस नहस हो चुकी है। इसके चलते देश की सभी राज्य, दुनिया और देश कर्ज ले रहे हैंं।
जगन सरकार ने अब तक 1.27 लाख करोड़ रुपये कर्ज लिया है। साथ ही वाईएस जगन जब से मुख्यमंत्री बने हैं तब से विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत लोगों के खातों में 1.05 लाख करोड रुपये जमा किये हैं। जीएसजीपी में अतिरिक्त 2 फीसदी कर्ज लेने की केंद्र ने अनुमति दी है।
वित्तमंत्री बुगन्ना ने स्पष्ट किया कि कर्ज सीमा के अधीन ही किया/लिया जा रहा है। बच्चों के लिए शिक्षा ही सबसे बड़ी संपत्ति है। विभिन्न योजनाओं के तहत 25,914.13 करोड़ रुपये बच्चों के माताओं के खातों में जमा किये गये हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि बुजुर्गों को 37,461.89 करोड़ रुपये पेंशन के रूप में बांटी जा चुकी है। वाईएसआर आसरा, वाईएसआर चेयूता की रकम ने कोरोना काल में लोगों के लिए बहुत काम आई है। मंत्री बुग्गना ने कहा कि कर्ज को लेकर तेलुगु देशम पार्टी असत्य और बेतुका प्रचार की रणनीति के तहत लोगों में जहर घोल रही है।