हैदराबाद : टोक्यो पैरालंपिक्स- 2020 में भारत के कृष्णा नागर (Krishna Nagar) ने इतिहास रचते हुए देश को पांचवां गोल्ड मेडल दिलाया. कृष्णा नागर ने रविवार को बैडमिंटन की पुरुष एकल (एसएच-6) स्पर्धा के फाइनल में हांगकांग के चू मन काई को हराकर गोल्ड जीता है। शनिवार को एसएल-3 इवेंट में प्रमोद भगत द्वारा पुरुष एकल में खिताब जीतने के बाद यह टोक्यो पैरांलपिक्स में बैडमिंटन में देश का दूसरा गोल्ड मेडल है। इससे पहले टोक्यो पैरालंपिक्स में नोएडा के डीएम सुहास एल यतिराज ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था।
कृष्णा नागर ने मैच के दौरान शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 21-17, 16-21 और 21-17 से मैच जीत लिया। यह मैच 43 मिनट तक चला। कृष्णा ने सेमीफाइनल में ब्रिटेन के क्रिस्टन कॉम्ब्स को हराकर फाइनल में पहुंते थे। कृष्णा नागर पहले गेम में अपने प्रतिद्वंद्वी से आगे रहे। मगर दूसरे गेम में हांगकांग के चू मन काई ने बराबरी करते हुए यह गेम जीत लिया। हालांकि कृष्णा ने हिम्मत नहीं हारी। उसने तीसरा और आखिरी गेम जीतकर गोल्ड मेडल जीत लिया।
कृष्णा नागर ने पहले गेम की शुरुआत में ही कुछ गलतियां की और जल्द ही काई ने 16-11 की बढ़़त बना ली। हालांकि भारतीय खिलाड़ी ने वापसी की और स्कोर को 15-16 कर दिया। हालांकि इस गेम में उन्होंने एक और अंक गंवाया और 15-17 से पिछड़ गये। हालांकि इसके बाद उन्होंने जबरदस्त वापसी की और अपने प्रतिद्वंद्वी को लगातार हैरान किया और पहले गेम को 21-17 से जीत लिया।
दूसरा गेम भी पहले जैसा ही रहा, जब चू मन काई ने बढ़त बना ली थी। मगर इस गेम में कृष्णा वापसी नहीं कर सके और मैच गंवा बैठे। वहीं तीसरे और अंतिम गेम में कृष्णा नागर ने शानदार प्रदर्शन किया और शुरू में ही 5-1 की बढ़त बना ली। मगर काई ने एक समय पर 13-13 से मुकाबले को बराबरी पर लाकर खड़ा कर दिया। बावजूद इसके कृष्णा सागर ने कोई कसर नहीं छोड़ी और 21-17 से मैच जीत लिया। (एजेंसियां)