हैदराबाद: हुजूराबाद विधायक और बीजेपी के भर्ती समिति के संयोजक ईटेला राजेंदर ने कहा कि वह तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के खिलाफ गजवेल निर्वाचन क्षेत्र से लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वह इस उद्देश्य के लिए गजवेल निर्वाचन क्षेत्र में पहले से ही गंभीरता से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गजवेल से चुनाव लड़ने के बारे में भाजपा नेतृत्व को पहले ही बता दिया गया है। ईटेला ने कहा कि गजवेल में कई लोग मुझे चाहने वाले हैं। उन्होंने याद दिलाया कि गजवेल में ही वह टीआरएस पार्टी में शामिल हुए है।
विधायक ईटेला ने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री केसीआर को हराने की जरूरत नहीं है। पश्चिम बंगाल का दृश्य तेलंगाना में दोहराया जाएगा। ईटेला ने इसके लिए बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी का उदाहरण दिया। ईटेला ने याद दिलाया कि सुवेंदु अधिकारी पश्मिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। ममता उस चुनाव में हार गई थीं। राजेंदर ने शनिवार को हैदराबाद में भाजपा मुख्यालय में ‘आदिवासियों और हरिजनों के भूमि स्वामित्व अधिकार’ के मुद्दे पर बात की।
ईटेला राजेंदर ने याद दिलाया कि मुख्यमंत्री केसीआर ने आदिवासी भूमि विवादों को निपटाने और स्वामित्व अधिकार प्रदान करने का वादा किया था। इस मुद्दे को 2018 के चुनावी घोषणा पत्र में भी शामिल किया था। लेकिन अब तक इसे लागू नहीं किया गया है। उल्टे खेती कर रहे आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। ईटेला ने केसीआर के शब्दों को याद दिलाया कि ‘मैनिफेस्टो जुबान पर लिखा हुआ कागज का टुकड़ा नहीं है। यह भगवद गीता, बाइबिल और कुरान है’।
विधायक ईटेला ने कहा कि तेलंगाना में हर दिन आदिवासियों को परेशान किया जा रहा है। बच्चों, लड़कियों और गरीबों को प्रताड़ित और हमले किए जा रहे हैं। उन पर मामले दर्ज किए जा रहे हैं। विधायक ने सवाल किया कि क्या इसके लिए केसीआर मुख्यमंत्री बने हैं?
ईटेला ने कहा कि बीजेपी राष्ट्रपति पद के लिए एक आदिवासी महिला का चयन किया गया है। बीजेपी आदिवासी समूह को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि आदिवासी और हरिजन समूदाय को परेशान किया जाता है तो मुख्यमंत्री केसीआर को उचित कीमत चुकानी होगी। तेलंगाना में आने वाली सरकार बीजेपी की है। बीजेपी आदिवासियों और हरिजनों की समस्याओं का समाधान करेगी