हैदराबाद: डॉ बीआर अंबेडकर ओपन युनिवर्सिटी (Dr BR Ambedkar Open University) के सामाजिक मंच की ओर से ‘ओपन सोशल फोरम’ (Open Social Forum) आरंभ हुआ है। विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति और नैक के पूर्व निदेशक प्रो वीएस प्रसाद ने इस ‘फोरम’ का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर प्रसाद ने कहा कि किसी भी विषय पर विभिन्न प्रकार के विचार हो सकते हैं। फिर भी उस पर अध्ययन के साथ गहरी चर्चा होनी चाहिए। हर पहलू पर चर्चा होने पर ही सच्चाई का उजागर होगा। ऐसा होने पर ही समाज की भलाई के लिए उस दिशा में आवश्यक कदम उठाया जा सकता है। डॉ बीआर अंबेडकर ओपन युनिवर्सिटी की ओर संचालित ‘ओपन सोशल फोरम’ का उद्घाटन करते समय मुझे आनंद महसूस हो रहा है। विश्वास है कि इस मंच के जरिए आने वाले दिनों में मुख्य विषयों पर सविस्तार से चर्चा होगी और उसका समाज के विकास में लाभदायक साबित होगा।
इस कार्यक्रम में प्रमुख समाज सेवक और राजनीतिज्ञ प्रो जी हरगोपाल ने ‘विश्वविद्यालय और सामाजिक जिम्मेदारी’ विषय पर विचार व्यक्त किये। उन्होंने सुझाव दिया कि विश्वविद्यालयों में सामाजिक राजनीतिक वित्तीय विषयों पर चर्चा की जाये। यह चर्चा समाज के विकास और आम लोगों में जागृति ले आये। साथ ही कहा कि गत दिनों विश्वविद्यालयों में लोगों की ओर से बोला जाता था। मगर आज लोगों की ओर से बोलने वालों का गला दबाया जा रहा है। यह समाज के लिए ठीक नहीं है।
कार्यक्रम की अध्यक्ष और विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो के सीताराम राव ने कहा कि “सार्वजनिक संवाद कार्यक्रम” एक ऐतिहासिक आवश्यकता है। ओपन सोशल फोरम दुनिया के लिए एक प्रेरणा दायक साबित होगी। उम्मीद है कि यह प्लेटफॉर्म दुनिया के लिए सेतु का काम करेगा। नई शिक्षा प्रणाली में अध्ययन, प्रशिक्षण, ज्ञान प्रसार और अनुसंधान के क्षेत्र में अभिनव परिवर्तन हुए हैं। प्रौद्योगिकी की विज्ञान में आवश्यकता विकास हुआ है। इन सबका उपयोग किये जाने पर ही समाज की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सकेगा। इस कार्यक्रम में समाजशास्त्र विभाग के डीन प्रो घंटा चक्रपाणी, संकाय के निदेशक प्रो ई सुधारानी, डॉ जी लक्ष्मा रेड्डी और अन्य ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस कार्यक्रम में विश्वविद्याल के कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।