हैदराबाद : इस समय ब्लैक फंगस के मामले लोगों को भ्रमित/डरा कर रहे हैं। ब्लैक फंगस का कोरोना संक्रमित लोगों पर अधिक प्रभाव पड़ रहा है। इस बीमारी को लेकर डॉक्टर कई तरह के सुझाव दे रहे हैं। आइए देखते हैं कि ब्लैक फंगस से बचाव के लिए क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
ब्लैक फंगस जानलेवा बीमारी है। यदि हम लापरवाही से रहते हैं तो हमारी जान को खतरा है। कोरोना की तरह ब्लैक फंगस हमारे शरीर में प्रवेश नहीं करना है तो शरीर में रोग प्रतिरोधक (Immunity) क्षमता का होन बहुत जरूरी है। साथ ही स्वच्छता भी मुख्य है।
अधिकांश बैक्टीरिया लगातार हमारे शरीर में प्रवेश करने की कोशिश करते रहते हैं। लेकिन हमारे शरीर में जो रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है, वह उन्हें रोकती है और हमें खतरे से बचाती है। इसलिए हमें प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ाने पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
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ब्लैक फंगस और बैक्टीरिया हमारे नाक और मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश करने की अधिक संभावना हैं। इसलिए डॉक्टर हर समय मुंह को साफ रखने की सलाह देते हैं। दिन में दो बार ब्रश करें। जीभ पर लगे प्लाक (तेलुगु-पाची) को साफ करते रहना चाहिए। यदि नाक से काला पदार्थ निकले या मुंह के अंदर कालापन दिखाई दे तो उसे ब्लैक फंगस के लक्षण समझना चाहिए।
साथ ही आंखों के आसपास दर्द, नाक से सांस लेने में कठिनाई और सिरदर्द जैसे लक्षण दिखाई दे तो ब्लैक फंगस होने की संभावना अधिक है। ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
दिल के मरीज, डायबिटीज के मरीज और कोरोना संक्रमण वालों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले स्टेरॉयड से सतर्क रहना चाहिए। बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के इनका इस्तेमाल कभी नहीं करना चाहिए। कोरोना संक्रमण के बाद नेगेटिव आने वालों के टूथब्रश को बदलना चाहिए। उनके टूथब्रश और टूथपेस्ट को परिवार के अन्य सदस्यों के ब्रश और पेस्ट से कुछ दिनों के लिए अलग रखना चाहिए।
ऐसा न करने पर आपके परिवार के सदस्यों पर वायरस के आक्रमण की संभावना अधिक होती है। दिन में जितनी बार हो सके, उतनी बार चेहरे को साफ करते रहना चाहिए। ऐसा करके ब्लैक फंगस के संक्रमण से बच सकते है। सावधान।