हैदराबाद: शराब लोगों की जान ले रही है। अनेक परिवारों के घर उजड़ रहे हैं। तेलंगाना में शराब के कारण अपराध और मौतें बढ़ रही हैं। इन दिनों शराब पीकर वाहन चलाने से होने वाले हादसों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। कुछ लोग नशे में वाहन चला रहे हैं और दुर्घटनाएं कर रहे हैं। इन दुर्घटनाओं में निर्दोष लोगों की जानें जा रही हैं।
शनिवार और रविवार स्थिति भयंकर
नशे में गाड़ी नहीं चलाने के नियम होने के बावजूद कि कुछ लोग अपनी जान कोजोखिम में डालकर दूसरों की जिंदकी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मौज-मस्ती के नाम पर शराब पीना और फिर रैश ड्राइविंग करना आम बात हो गई है। यह चलन हैदराबाद में बहुत अधिक हो गई है। शनिवार और रविवार को स्थिति और भी भयंकर होती है। हाल ही में एक ही दिन हुए दो हादसों में चार लोगों की मौत हो गई। ड्रंकन ड्राइव की पुलिस निगरानी का तुरंत कोई नतीजा नहीं निकल रहा है।
बंधनों को भूलकर घोर अपराध
साथ ही कुछ लोग खूब शराब पी रहे है और नशे में अपराध भी कर रहे हैं। शराबी शराब के नशे में पत्नी, बहन, माता, पिता, बड़े भाई और छोटा भाई के बंधनों को भूलकर घोर अपराध कर रहे हैं। नशे में रेप भी कर रहे है और मामला उजागर होने के डर से पीड़ितों की हत्या तक कर रहे हैं। हाल ही में हैदराबाद में 60 पूर्व कैदियों पर एक सर्वेक्षण किया गया। पता चला कि उनमें से 35 कैदी शराब के आदी होकर अपराध की घटनाओँ को अंजाम दे रहे हैं।
शराब के नशे में अपराध
अन्य 28 लोग शराब के नशे में अपराध करते पाये गये। एक से अधिक अपराध करने वाले और किशोर गृह जाने वालों में 90 फीसदी शराब और गांजे के आदी पाये गये हैं। कुछ और लोग नशे में धुत होकर खुद अपनी ही जान ले रहे हैं। शराब के आदी होकर संपत्ति बेच रहे हैं। बिना लिमिट के शराब पीने से ज्यादातर लोगों के लीवर और किडनी खराब हो रहे हैं। शराब के कारण हजारों परिवार के घर उजड़ जा रहे हैं।
बिक्री बढ़ाना चाहती है सरकार
शराब के कारण कई लोगों की जान जाने के बावजूद सरकार मात्र आबकारी विभाग से शराब की बिक्री बढ़ाने पर दबाव डाल रही है। इसके चलते तेलंगाना में शराब की बिक्री पहले से ही अधिक हो रही है। और अधिक आय के शराब की बिक्री को प्रोत्साहित कर रही है। इसी आय के तहत तेलंगाना सरकार ने 404 स्टोर और 159 नये बार की अनुमति दी है। गांवों में भी बेल्ट की दुकानें चल रही है, मगर सरकार इस ओर नजर अंदाज कर रही हैं।