हैदराबाद : कोविड-19 ने एक बार फिर से टीम इंडिया के क्रिकेट खिलाड़ियों में टेंशन बढ़ाने का काम किया है। वैसे तो इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया के खिलाड़ी कोरोना वायरस की चपेट में आ गये थे। इसके चलते इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले आखिरी टेस्ट मैच को रद्द किया गया। इंग्लैंड दौरे पर सबसे पहले टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री कोरोना पॉजिटिव पाये गये। उनके साथ ही सपोर्ट स्टॉफ के सदस्य भी कोरोना की चपेट में आ गये।
इतना ही नहीं आखिरी टेस्ट मैच से पहले टीम इंडिया के जूनियर फिजियो योगेश परमार भी कोरोना संक्रमित हो गये। इसके बाद बाकी खिलाड़ियों में भी कोरोना का खतरा बढ़ा और फिर मैनचेस्टर में होने वाले आखिरी टेस्ट मैच को रद्द किया गया। वैसे तो टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई। फिर भी खिलाड़ियों में कोरोना का खतरा मंडराता रहा। क्योंकि कोरोना के लक्षण दो-तीन दिन बाद दिखाई देते हैं।
इसी के चलते बीसीसीआई ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों को आईपीएल 2021 के दूसरे चरण के बायो बबल में सीधे प्रवेश की अनुमति नहीं दी है। इंग्लैंड दौरे के बाद भारतीय खिलाड़ी सीधे यूएई पहुंचना हैं, जहां आईपीएल 2021 के दूसरे चरण के तहत भाग लेना है। आपको बता दें कि यूएई पहुंचने के बाद भारतीय खिलाड़ियों को छह दिन के लिए होम क्वारंटाईन में रहना है।
चर्चा है कि इंग्लैंड दौरे से लौटे भारतीय खिलाड़ियों पर बीसीसीआई की पैनी नजर रखने की तैयार की है। मुख्य रूप से टीम इंडिया के खिलाड़ी रोहित शर्मा, मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, रविंद्र जडेजा और मोहम्मद सिराज पर कोविड का खतरा बना हुआ है। ये खिलाड़ी टीम इंडिया के जूनियर फिजियो योगेश परमार के अधिक संपर्क में रहे हैं। जो कोरोना पॉजिटिव पाये गये। (एजेंसियां)