हैदराबाद : डॉ बी आर अंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी में गुरुवार को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और तेलुगु के लाडले बेटे पीवी नरसिम्हा राव की शताब्दी समारोह के अंतर्गत एक स्मारक व्याख्यान आयोजित किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (नई दिल्ली) स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के सेवानिवृत्त प्रोफेसर सीएसआर मूर्ति ने भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने पीवी नरसिम्हा राव को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। जनसंपर्क अधिकारी डॉ पी वेणुगोपाल रेड्डी ने जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी।
विज्ञप्ति के अनुसार, मूर्ति ने ‘संयुक्त राष्ट्र में विश्व की समस्याओं पर पीवी के विचार’ विषय पर एक वेबिनार के जरिए स्मारक व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि उस समय संयुक्त राष्ट्र विश्व की देशों की समस्या और मुद्दों को सुनने की स्थिति में नहीं था। ऐसे समय में पीवी ने विश्व के मुद्दों और समस्याओं को लोकतांत्रिक तरीके से हल किये जाने पर बल दिया।
उन्होंने आगे कहा कि पीवी का मानना था कि तकनीकी क्रांति के परिणामस्वरूप उत्पादक खपत ने व्यापार नीतियों में तेजी से बदलाव किया है और नई समस्याओं के समाधान की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया। लोकतंत्र भी अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे झुक गया। यदि संयुक्त राष्ट्र में पीवी की विचारधारा को अमल में लाया होता तो कोरोना जैसे संकट की घड़ी में दुनिया इतनी मुश्किलों का सामना करने की नौबत नहीं आती।
सम्मानित अतिथि पीवी नरसिम्हा राव की बेटी और एमएलसी श्रीमती सुरभि वाणी देवी ने कहा कि देश के आर्थिक विकास और तकनीकी क्रांति को प्राप्त करने में पीवी की अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि पीवी बहुभाषा कोविद ही नहीं, बल्कि तकनीकी प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाते हुए देश के लोगों को तकनीकी क्षेत्र के करीब लेकर आये।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो के सीताराम राव ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय नियमित रूप से तेलंगाना के दिग्गजों के जीवन की विशेषताओं और समाज के लिए उनकी सेवाओं को आने वाली पीढ़ी को पहुंचाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए इस प्रकार के स्मारक व्याख्यान आयोजित कर रहा है।
कार्यक्रम में संकाय के निदेशक (एकेडिमक) प्रो ई सुधरानी ने मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि का परिचय दिया और कार्यक्रम के महत्वता के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर सभी विभागों के निदेशक, डीन, अध्यापक और अध्यापकेतर कर्मचारियों और सभी यूनियनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। इससे पहले दिवंगत प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।