हैदराबाद : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने जगनन्ना विद्या दीवेना (शिक्षा आशीर्वाद) योजना की राशि को छात्रों की माताओं के खातों में पैसा जमा किया। 10.85 लाख छात्रों को 7085 करोड़ रुपये क लाभ मिला है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा ही एक ऐसी चीज है जो देश का इतिहास बदल सकती है। तकदीर बदलने की शक्ति केवल शिक्षा में होती है।
सीएम जगन ने कहा कि प्रदेश में हर गरीब व्यक्ति को अच्छी शिक्षा हासिल हो इस लक्ष्य को ध्यान रखते हुए अधिक प्रमुखता दी जा रही है। पिछली सरकारों के विपरीत छात्रों को कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। शिक्षा बच्चों की दी जाने वाली बड़ी संपत्ति है। कोई भी कुछ भी चुरा सकता है। लेकिन शिक्षा को कोई चुरा नहीं सकता है। भगवान की कृपा से जगनन्ना विद्या दीवेना योजना कार्यक्रम शुरू किया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री जगन ने पिछली सरकार पर निशाना साधा। टीडीपी सरकार ने शुल्क प्रतिपूर्ति योजना पर पानी फेर दिया है। मैंने पदयात्रा के दौरान लोगों की कठिनाइयों को देखा है।
उन्होंने कहा कि फीस नहीं देने के कारण कई माता-पिता अपने बच्चों को नहीं पढ़ा पाये। बच्चे शिक्षा से दूर न रहे इसीलिए जगनन्ना विद्या दीवेना योजना शुरू किया गया है। बिना किसी भ्रष्टाचार के छात्रों की माताओं के खातों में पैसा जमा कर रहे हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोगों को पिछली सरकार की विफलताओं और उनकी सरकार द्वारा की जा रही प्रगति पर ध्यान देने की सलाह दी।
इसके बाद सीएम जगन ने दसवीं कक्षा के पेपर लीक होने के मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी। जगनन्ना विद्या दीवेना योजना पर गलत प्रचार करने के लिए प्रश्न पत्र लीक किया गया हैं। अप्रत्यक्ष रूप से टीडीपी नेताओं की आलोचना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दो नारायणा स्कूल और तीन श्रीचैतन्य स्कूलों ने पेपर लीक किये है। द्रबाबू नायडू के शासनकाल में नारायण मंत्री के रूप में कार्य किया है। उनसे जुड़े स्कूलों और कॉलेजों से ही प्रश्न पत्र लीक हुए है। प्रश्नपत्रों की फोटो खींचकर वाट्सएप पर शेयर किया गया है। यह शिक्षा व्यवस्था को तबाह किया जा रहा है। आपको बता दें कि हाल ही में दसवीं कक्षा के पेपर लीक मामले में 25 शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया है।