हैदराबाद : तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) बुधवार को सिद्दीपेट जिले के तोगुटा मंडल के तुक्कापुर के पास 50 टीएमसी क्षमता वाले मल्लन्ना सागर जलाशय का उद्घाटन करेंगे। भूमिगत पंप हाउस में मोटरों को चालू किया जाएगा और डिलीवरी सिस्टर्न के पास पूजा के बाद औपचारिक रूप से गोदावरी के जल को जलाशय में छोड़ा जाएगा।
इसके लिए अधिकारियों ने पूरी व्यवस्था कर ली है। दोपहर 12 बजे जलाशय में पानी छोड़ने के बाद मुख्यमंत्री केसीआर जिले के प्रतिनिधियों को संबोधित करेंगे। मंत्री हरीश राव की देखरेख में सीएम की बैठक में करीब 2,000 लोगों के बैठने के लिए विशेष सभा स्थल बनाया गया है। मल्लन्ना सागर जलाशय के एक विशेष हेलीपैड बनाया गया है। हैदराबाद से केसीआर हेलीकॉप्टर सीधे यहां पहुंचेंगे
तेलंगाना के इतिहास में अद्भुत घटना: हरीश राव
World’s largest lift irrigation project #Kaleshwaram reaches a major milestone today with the dedication of #MallannaSagar reservoir
— KTR (@KTRBRS) February 23, 2022
How much do you think Govt of India contributed to this project that is largest in the world & great pride for India?
Any guesses? pic.twitter.com/wHIGNfp17c
सिंचाई मंत्री हरीश राव ने कहा कि मल्लन्ना सागर जलाशय का उद्घाटन तेलंगाना के इतिहास में यह अद्भुत घटना है। मल्लन्ना सागर जलाशय में व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के बाद हरीश राव मंगलवार रात तोगुटा मंडल के तुक्कापुर में मीडिया से यह बात कही। उन्होंने याद दिलाया कि सीएम केसीआर ने सैकड़ों लोगों के भविष्य को सोचकर मल्लन्ना सागर जलाशय बनाया है।
उन्होंने कहा कि जहां कोई नदी नहीं है वहां सबसे बड़े जलाशय के निर्माण किया जाना सराहनीय है। इस जलाशय से 15 लाख एकड़ सिंचाई की जाएगी। मंत्री ने यह भी बताया कि मल्लन्ना सागर जलाशय में प्रतिदिन 22,000 क्यूसेक पानी भरा जाएगा। मल्लन्ना सागर के निर्माण के साथ कूडवेल्ली, हल्दी और घनपुर नदियां जीवन नदियां बन गईं। कहा जा रहा है कि परियोजना के निर्माण पर 80 हजार करोड़ रुपये खर्च किया गया।
14 गांवों के लोगों का जीवन बर्बाद: बीएसपी
तेलंगाना बहुजन समाज पार्टी समन्वयक आरएस प्रवीण कुमार ने कहा कि मल्लन्ना सागर परियोजना के निर्माण ने स्थानीय लोगों को शरणार्थी बना दिया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए ही इस परियोजना का निर्माण किया गया। इस परियोजना के कारण 14 गांवों के लोगों का जीवन बर्बाद हो गया है। प्रवीण कुमार ने सवाल किया कि क्या परियोजना आसपास के गांवों के लोगों के शरणार्थियों में बदल जाने के बाद किस जाति को समर्पित किया जाएगा। चेतावनी दी कि इतने लोगों की जिंदगी के साथ खेलने के बाद मल्लन्ना सागर आपको कभी बख्श नहीं देगी।
నిజాల్ని తారుమారు చేసి ప్రజల కష్టార్జితంతో కొందరికే మేలు చేయడానికి కట్టిన ఈ ప్రాజెక్టు 14 గ్రామాల ప్రజల జీవితాల్లో చేసిన విలయతాండవాన్ని మాటల్లో చెప్పలేము. పుట్టిన గడ్డ మీదే ప్రజలను శరణార్థులుగా మార్చినాక ఇంక ఏ జాతి మిగిలిందని అంకితం చేయడానికి? మల్లన్న మిమ్ముల వదలడు. #KCRGoBack pic.twitter.com/pMkEp3lXtA
— Dr.RS Praveen Kumar (@RSPraveenSwaero) February 23, 2022