हैदराबाद: मुनुगोडु उपचुनाव के मद्देनजर उस निर्वाचन क्षेत्र के लेंकलपल्ली गांव के लिए पार्टी चुनाव प्रभारी के रूप में सीएम केसीआर को नियुक्त किया गया है। इस हद तक केसीआर ने स्वयं पार्टी के अध्यक्ष के रूप में इस निर्णय की घोषणा की। मात्र 2085 लोगों की आबादी वाला यह गांव राज्य की राजनीति में सुर्खियों में आ गया है। क्योंकि चुनाव प्रभारी एक मुख्यमंत्री है। तेलंगाना में टीआरएस पार्टी को अब तक कई उपचुनावों का सामना करना पड़ा है।
पार्टी चाहे तो मंत्री हरीश राव के साथ अन्य किसी नेता को निर्वाचन क्षेत्र का प्रभारी नियुक्त कर सकती थी। मगर अब केसीआर खुद प्रभारी बन गये हैं। वह भी एक छोटे से गांव में। इस समय यही तेलंगाना की राजनीति में चर्चा का गर्म विषय बन गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इससे पता चलता है कि सत्तारूढ़ टीआरएस मुनुगोडु उपचुनाव कितना गंभीरता से लिया है।
आपको बता दें कि मार्रिगुड़ा मंडल में लेंकलपल्ली गांव 15 साल से कांग्रेस पार्टी का गढ़ बना हुआ है। हालांकि, कुछ महीने पहले स्थानीय विधायक राजगोपाल रेड्डी भाजपा में शामिल हो गये। इसके चलते टीआरएस के नेताओं ने इस गांव पर ध्यान केंद्रित किया। इसी क्रम में एक महीने पहले कांग्रेस पार्टी के ग्राम सरपंच सतीश 500 लोगों के साथ केसीआर की मौजूदगी में टीआरएस में शामिल हुए थे। सतीश कोमाटिरेड्डी राजगोपाल रेड्डी के प्रमुख अनुयायियों में से एक हैं।
मुनुगोडु उपचुनाव के लिए टीआरएस पार्टी के विधायकों और मंत्रियों को मुनुगोडु अभियान की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी क्रम में मंत्री हरीश ने मार्रीगुड़ा मंडल का कार्यभार संभाला। अब सीएम केसीआर चुनाव प्रभारी के रूप में अपने अधिकार क्षेत्र के एक छोटे से गांव की कमान संभाल रहे है। एक तरफ लोग चर्चा कर रहे हैं कि फार्म हाउस बाहर नहीं निकलने वाले सीएम केसीरआर एक छोटे से गांव के चुनाव प्रभारी नियुक्त हो गये है। राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश की घोषणा करके बीआरएस बनाने वाले केसीआर अब एक गांव के चुनाव प्रभारी के तौर पर आ रहे हैं।
गौरतलब है कि मुनुगोडु उपचुनाव के लिए 14 अक्टूबर तक नामांकन पत्र दाखिल किये जा सकते है। 15 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी। इस महीने की 17 तारीख तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं। 3 नवंबर को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। वोटों की गिनती 6 नवंबर को होगी और 8 नवंबर तक चुनाव प्रक्रिया खत्म हो जाएगी।