हैदराबाद : तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए हैं। मीडिया के सवाल पर केसीआर ने कहा कि राहुल गांधी ही नहीं मुझे भी सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत चाहिए। पिछले दिनों उत्तराखंड की एक रैली में असम के सीएम हिमंत बिश्व शर्मा ने राहुल गांधी पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था वह (राहुल गांधी) हमारी सेना से सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगते हैं। क्या हमने कभी आपसे सबूत मांगा कि आप राजीव गांधी के बेटे हैं या नहीं? आपको क्या अधिकार है मेरी सेना से सबूत मांगने का?
हिमंत की इस टिप्पणी का केसीआर ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत को राहुल गांधी पर की गई टिप्पणी के लिए माफी मांगी चाहिए। केसीआर ने कहा कि मेरा कांग्रेस नेता राहुल गांधी से कोई संबंध नहीं है। यहां तक कि उनकी पार्टी से भी नहीं। वह एक सांसद हैं। उनका पारिवारिक इतिहास है। इस तरह की घटिया टिप्पणी के लिए असम के मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए। केसीआर ने कहा कि राहुल गांधी ने कुछ भी गलत नहीं कहा है। इसमें गलत क्या है। यहां तक कि मैं खुद पूछ रहा हूं। यह सरकार का दायित्व है। देश की जनता देखना चाहती है। भाजपा झूठे प्रोपेगेंडा फैलाती है। इसलिए लोग सबूत मांग रहे हैं। आप बादशाह नहीं हैं। राहुल गांधी कांग्रेस का अध्यक्ष और सांसद बनने की क्षमता रखते हैं।
#WATCH Telangana CM K Chandrashekhar Rao questions surgical strike by Indian Army, during a press conference yesterday pic.twitter.com/fyEnfpSjHB
— ANI (@ANI) February 14, 2022
मुख्यमंत्री केसीआर ने प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी के अध्यक्ष नड्डा से राहुल गांधी पर की गई टिप्पणी के लिए असम के मुख्यमंत्री को बर्खास्त करने की मांग की थी। साथ ही सवाल किया पीएम मोदी जी, क्या यह ‘संस्कार’ है। क्या यह हमारा हिंदू धर्म है। एक सांसद से उसके पिता की पहचान के बारे में सवाल करता है। यब बात जब मैंने यह सुना तो मेरा सिर शर्म से झुक गया और मेरी आंखों में आंसू आ गए। यह देश के लिए अच्छी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जो सबूत मांगे हैं वह गलत नहीं है। बीजेपी हमेशा गलत प्रचार करती है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं भी पूछ रहा हूं कि सर्जिकल स्ट्राइक में सबूत कहां हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जो कुछ पूछा है उसमें कुछ भी गलत नहीं है। मैं भी भारत सरकार से यही पूछ रहा हूं। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि आप मेरी बात को केंद्र तक पहुंचा दीजिए।
इसी क्रम में बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने केसीआर के बयान की निंदा की। साथ ही कहा कि हम पुलवामा के पराक्रम को मना रहे हैं। केसीआर का बयान शहीदों का अपमानित करने वाला है। पूरी दुनिया जानती है कि भारत ने किस तरह से पाकिस्तान के अंदर घुसकर भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। इस बीच कांग्रेस नेता राशिद ने कहा कि इस मुद्दे पर सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगने में गलत क्या है। सरकार कह रही है कि हमारे पास वीडियो है तो यह दिखाने में क्या समस्या है। असम के मुख्यमंत्री हेमंत का बयान कुछ दिनों से चर्चा में बना हुआ है। दरअसल हेमंत ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा था। असम के सीएम ने राहुल गांधी पर टिप्पणी करते कहा कि ‘क्या हमने कभी आपसे प्रूफ मांगा है कि आप राजीव गांधी के बेटे हैं या नहीं? सियासत गरमाने के बाद तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रेशखर राव ने इस पर सवाल किया।
चंद्रशेखर राव ने इसके जवाब में कहा था, ‘इसमें कुछ गलत नहीं है अगर राहुल गांधी सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगते हैं। आप ही बताइये इसमें क्या गलत है? यहां तक कि अब तो मैं भी मांग रहा हूं। भारत सरकार को दिखाना चाहिए कि कब और कैसे सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी। ये उनकी जिम्मेदारी है। लोगों को ये सबूत दिखाने की। बीजेपी इसको लेकर गलत प्रोपेगेंडा चलाती है। इसलिए लोग सबूत मांग रहे हैं। लोकतंत्र में कोई भी राजा नहीं होता है। राहुल गांधी सांसद हैं। असम के मुख्यमंक्षी हेमंत ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि पुलवामा हमले की सालगिरह मना रहा है। विपक्ष सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाकर शहीदों का अपमान किया है। गांधी परिवार के प्रति अपनी वफादारी साबित करने के प्रयास में सेना को धोखा दिया है। मेरी वफादारी सेना के साथ है। मुझे गाली दो। फर्क नहीं पड़ता है।
गौरतलब है कि इस समय पूरा देश पुलवामा हमले में मारे गए शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहा है। 14 फरवरी 2019 को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 बहादुर जवान शहीद हो गये थे। पुलवामा हमले के 12 दिन के भीतर भारत ने आतंकियों के ठिकाने पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इसमें 300 से ज्यादा आतंकी ढेर हो गये थे। वायुसेना ने पाकिस्तान के भीतर बालाकोट में आतंकियों के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की और उन्हें ध्वस्त कर दिया। इस हमले में आतंकी अड्डा तबाह हो गया। इसके बाद सुरक्षाबलों ने कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया। इस अभियान में सैकड़ों आतंकी मारे गये थे। (एजेंसियां)