हैदराबाद: खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने हाल में संपन्न पेरिस पैरालंपिक 2024 खेलों में पदक जीतने वाले भारतीय खिलाड़ियों के लिए नकद पुरस्कार की घोषणा की है। इसमें स्वर्ण पदक विजेताओं को 75 लाख, रजत पदक विजेताओं को 50 लाख और कांस्य पदक विजेताओं को 30 लाख रुपये दिए जाएंगे। तीरंदाज शीतल देवी की तरह मिश्रित टीम स्पर्धाओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 22.5 लाख रुपये से सम्मानित किया जाएगा। पदक विजेताओं को सम्मानित करने के लिए आयोजित भव्य समारोह में खेल मंत्री ने यह घोषणा की। मांडविया ने 2028 लॉस एंजिल्स पैरालंपिक में अधिक पदक जीतने के लिए पैरा खिलाड़ियों को पूर्ण समर्थन और सुविधाएं देने का भी वादा किया।
खेल मंत्री ने आगे कहा कि हम पैरालंपिक और पैरा खेलों में आगे बढ़ रहे हैं। 2016 में 4 पदकों से भारत ने तोक्यो में 19 पदक, पेरिस में 29 पदक जीते और 18वें स्थान पर रहा है। हम अपने सभी पैरा खिलाड़ियों को सभी सुविधाएं प्रदान करेंगे ताकि हम 2028 लॉस एंजिल्स पैरालंपिक में और अधिक पदक और स्वर्ण पदक जीत सकें। भारत ने पेरिस पैरालंपिक में अपने ऐतिहासिक अभियान का समापन 29 पदकों के साथ किया। इसमें सात स्वर्ण, नौ रजत और 13 कांस्य पदक शामिल हैं। यह प्रतियोगिता के इतिहास में देश का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारत ने अपने शानदार प्रदर्शन के साथ पैरालंपिक खेलों के इतिहास में 50 पदकों का आंकड़ा भी पार कर लिया। पैरालंपिक पदक विजेताओं का मंगलवार को स्वदेश वापस लौटने पर सैकड़ों प्रशंसकों ने फूल-मालाओं और मिठाइयों के साथ जोरदार स्वागत किया।
पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी कर रहे तीरंदाज हरविंदर सिंह स्वागत से अभिभूत रहे हैं। बचपन में डेंगू के उपचार के दुष्प्रभावों के कारण उनके पैर खराब हो गए। वह तीन साल पहले तोक्यो में कांस्य पदक के साथ इस खेल में देश के पहले पदक विजेता बनने के बाद पेरिस में पैरालंपिक में स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय तीरंदाज बने। उन्होंने कहा कि मुझे खुद को व्यस्त रखना पसंद है। इससे मुझे ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है। दिमाग कम भटकता है। कोई भी व्यक्ति जो परेशान या हारा हुआ महससू करता है। वह पैरा खिलाड़ियों से प्रेरणा ले सकता है। (एजेंसियां)
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