हैदराबाद: तेलंगाना सरकार ने विधानसभा का बजट सत्र इस महीने की 7 तारीख से राज्यपाल के अभिभाषण के बिना विधानसभा शुरू करने का फैसला किया है। विपक्षी दल कह रहे कि केसीआर सरकार का यह फैसला राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन को अपमानित और विधानसभा की मर्यादा को भंग करनेवाला है।
इसी क्रम में राज्यपाल ने सोमवार से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र पर सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि केसीआर सरकार ने राज्यपाल अभिभाषण के बिना विधानसभा सत्र शुरू करने का निर्णय लिया है। इससे पहले राज्यपाल के भाषण रहने की बात कही थी। मगर अब सरकार उस परंपरा को जारी नहीं रख रही है। सरकार कहा रही है कि यह नया सत्र नहीं है। तकनीकी कारणों से राज्यपाल के अभिभाषण रद्द किया है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस होनी चाहिए। सरकार के इस फैसले से विधायकों के अधिकारों का हनन होगा। सरकार ने वित्त विधेयक पेश करने के लिए सिफारिश का आग्रह किया था और राज्यपाल के अभिभाषण से ही सत्र की शुरुआत होने की बात कही थी। मगर अब बिना राज्यपाल के अभिभाषण से विधानसभा बजट सत्र शुरू करने का फैसला लिया है। राजभवन की ओर से जारी एक बयान में कहा कि अब ऐसा कहना ठीक नहीं है।
गौरतलब है कि वित्त मंत्री हरीश राव सोमवार को सदन में बजट पेश करेंगे। इसी क्रम में विधानसभा के अध्यक्ष पोचारम श्रीनिवास रेड्डी और विधान परिषद के प्रोटेम चेयरमैन सैयद अमीनुल हसन जाफरी ने अधिकारियों के साथ सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की। स्पीकर ने कोरोना का प्रभाव कम हो गया है लेकिन वायरस पूरी तरह से नहीं चला गया है। इस बात को ध्यान में रखते हुए सदस्य, अधिकारी और पुलिस को सावधानी बरतने की सलाह दी है।