हैदराबाद : पूर्व मंत्री वाईएस विवेकानंद रेड्डी हत्याकांड ने एक और मोड़ आया है। इस मामले में सीबीआई ने पुलिवेंदुला कोर्ट में एक और याचिका दायर की है। सीबीआई ने कडपा सांसद वाईएस अविनाश रेड्डी के करीबी सहयोगी शिवशंकर रेड्डी को नार्को टेस्ट करने की अनुमति मांगी है। शिवशंकर रेड्डी को पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था।
अदालत ने सीबीआई की ओर से सुनवाई के लिए दायर याचिका को स्वीकार कर लिया। अदालत जल्द ही नार्को टेस्ट के लिए शिवशंकर रेड्डी की सहमति मांगेगी। वह इस समय कडपा जेल में रिमांड कैदी के रूप में बंद है। उमाशंकर रेड्डी और शिव शंकर रेड्डी की ओर से दायर जमानत याचिकाओं पर कडपा कोर्ट मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई की उम्मीद थी।
सीबीआई ने विवेकानंद रेड्डी के पूर्व ड्राइवर द्वारा दिये गये बयान के आधार पर हैदराबाद में देवीरेड्डी शंकर रेड्डी को गिरफ्तार किया था। उसके बाद उन्हें हैदराबाद से पुलिवेंदुला लाया गया। उसके बाद अदालत में पेश किया गया। बाद कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया।
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इस बीच शंकर रेड्डी और उनके बेटे ने सीबीआई के निदेशक को पत्र लिखा। पत्र में आरोप लगाया कि विवेकानंद रेड्डी की हत्या के मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है और उन्हें जानबूझकर इस केस फंसाया गया है। विवेकानंद रेड्डी के पूर्व ड्राइवर के बयान के आधार पर कुछ मीडिया में इस पर खबरे आई कि वह भी साजिश में शामिल है।
विवेकानंद रेड्डी की बेटी सुनीता शुरू से ही अलग-अलग मंशा से बयान देकर, जांच अधिकारियों से गुमराह किया और बेगुनाहों को परेशान किया गया। विवेकानंद रेड्डी की पत्नी सौभाग्यमा सप्ताह में तीन बार सीबीआई अधिकारियों से मिलने से भी जांच प्रभावित हुआ है।
सुनीता के पति राजशेखर रेड्डी और सीबीआई अधिकारियों की मिलीभगत से दस्तगिरी के लिए एक वकील नियुक्त किया गया है और पांच दिनों के भीतर उसे अग्रिम जमानत दिलाई गई। हत्या से कुछ दिन पहले शिवप्रकाश रेड्डी ने 20 गैर-न्यायिक स्टांप पेपर क्यों खरीदी की है, इसकी जांच की जाये।