हैदराबाद : तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने ‘भाजपा मुक्त भारत’ संकल्प के साथ राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा विरोधी गठबंधन की शुरुआत कर दी है। इस रणनीति के तहत भाजपा और गैर-कांग्रेसी दलों के साथ हाथ मिलाने के लिए देश भर में यात्रा करने की योजना बनाई है। इसी के तहत केसीआर ने रविवार को महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात की।
केसीआर के साथ एमएलसी के कविता, सांसद संतोष, रंजीत रेड्डी, बीबी पाटिल, एमएलसी पल्ला राजेश्वर रेड्डी और अन्य मौजूद थे। हालांकि, केसीआर के मुंबई दौरे पर एक अप्रत्याशित मेहमान सामने आ गया। उसे देखकर सभी आश्चर्य चकित हो गये। वह मेहमान कोई और नहीं बल्कि अभिनेता प्रकाश राज हैं। केसीआर-उद्धव ठाकरे की मुलाकात के दौरान कहीं भी प्रकाश राज का नाम सुनने में नहीं आया। मगर अचानक प्रकाश राज के सामने आ जाने से सभी आश्चर्य चकित हो गये।
गौरतलब है कि केसीआर और प्रकाश राज के बीच बहुत पहले से ही अच्छे संबंध हैं। पहली बार केसीआर सीएम बने, तब प्रकाश राज को विशेष रूप से प्रगति भवन में आमंत्रित किया और उनके साथ लंच किया था। उस वक्त खबर आई थी कि दोनों ने राष्ट्रीय राजनीति पर चर्चा की है। प्रकाश राज और केसीआर के मिलने के कोई कारण नहीं ऐसा नहीं है। पत्रकार गौरी लंकेश (Gauri Lankesh) की हत्या के बाद से प्रकाश राज प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा नेताओं की आलोचना करते रहे हैं। प्रकाश राज के दक्षिण भारत के कर्नाटक और तमिलनाडु के राजनीतिक नेताओं के साथ अच्छे संबंध हैं।
इससे पहले भी केसीआर ने प्रकाश राज को तत्कालीन प्रधानमंत्री देवेगौड़ा से मिलने ले गये थे। ताजा मुंबई दौरे में भी प्रकाश राज को मौका दिया है। उद्धव ठाकरे की मुलाकात के बाद केसीआर तमिलनाडु के सीएम स्टालिन से मुलाकात करने वाले हैं। चर्चा है कि दोनों की मुलाकात में प्रकाश राज अहम भूमिका निभाने वाले हैं। धर्मनिरपेक्षता की विचारधारा में रुचि रखने वाले प्रकाश राज के स्टालिन के साथ अच्छे संबंध है। इसी परिप्रेक्ष्य में केसीआर की ओर से बनने और बनाये जाने वाले गठबंधन में प्रकाश राज को उचित स्थान मिलने की जोरदार चर्चा चल रही है।
‘मा’ चुनाव के बाद से प्रकाश राज खामोश है। रविवार को अचानक राजनीतिक मंच प्रकट हो गये। चर्चा है कि भविष्य में भी प्रकाश राज राष्ट्रीय राजनीतिक अहम भूमिका निभाने वाले है।