हैदराबाद : केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा हैदराबाद केंद्र द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी “साहित्य के माध्यम से मूलभूत कौशल विकास“ (दक्षिण भारत के साहित्य के विशेष संदर्भ में) समापन सत्र में बहुभाषीय काव्य गोष्ठी का आयोजन वरिष्ठ हिंदी साहित्यकार, समाजसेवी, हिंदी सलाहकार समिति की सदस्य डॉ. अहिल्या मिश्र की अध्यक्षता में किया गया।
मंचासीन अतिथियों में डॉ. अहिल्या मिश्र, डॉ. रमा द्विवेदी, केंद्रीय हिंदी संस्थान, हैदराबाद केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक एवं संगोष्ठी संयोजक प्रो. गंगाधर वानोडे, सुनीता लुल्ला और जयप्रकाश उपस्थित रहे। काव्य गोष्ठी का संचालन शिल्पी भटनागर ने किया। इस बहुभाषीय काव्य गोष्ठी में हैदराबाद नगर के कवि तथा नामी कवत्रियाँ उपस्थित रहीं। मुख्य रूप से डॉ. अहिल्या मिश्र, डॉ. दत्ता शिवराम साकोळे, शिल्पी भटनागर, डॉ. आशा मिश्र, डॉ. रमा द्विवेदी, रचना चतुर्वेदी, डॉ. सुनीता लुल्ला, मोहिनी गुप्ता, वर्षा शर्मा ने अपनी शानदार प्रस्तुतियाँ रखीं।
इस अवसर पर हैदराबाद केंद्र द्वारा महाराष्ट्र राज्य के कोल्हापुर जिले के हिंदी अध्यापकों के प्रशिक्षण के लिए आयोजित 480वें नवीकरण पाठ्यक्रम के प्रतिभागी अध्यापकों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस दौरान कवि पंडित बापू कांबले, नागोजी जिवबा बाचूळकर, अक्षता शेंडे, श्वेता लांडे, बालकृष्ण गणाचारी, वसंत कांबले, दीपक पांडे, दादासाहेब आनंदराव डवरी तथा अकबर अहमद पन्हाळकर ने अपनी-अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।
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इस बहुभाषीय काव्य गोष्ठी में कवियों तथा हिंदी प्रेमियों ने अपनी उपस्थिति के माध्यम से खूब वाहवाही बटोरी। प्रो. गंगाधर वानोडे ने सभी कवियों का मान सम्मान किया। उन्हें पुष्प और शॉल और माला से सुशोभित किया गया। डॉ. अहिल्या मिश्रा ने सभी कवियों का उत्साह बढ़ाया, बहुत प्रशंसा की और उन्हें अपना आशीर्वाद दिया और धन्यवाद ज्ञापन के बाद कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की गई।