हैदराबाद : पड़ोसी राज्य केरल के वायनाड जिले में भयानक भूस्खलन हुआ। भारी बारिश के बाद हुए भंयकर भूस्खलन ने तबाही मचा दी है। मेप्पडी के पास कई पहाड़ी इलाकों में हुई इस भूस्कलन में 19 लोगों के मारे गये हैं। मलबे में सैकड़ों लोग फंसे होने की आशंका जताई जा रही हैं।
बचाव अभियान जारी है। हालांकि भारी बारिश से राहत और बचाव कार्य में काफी दिक्कतें आ रही हैं। मंगलवार तड़के मेप्पडी के पास मुंडक्कई और चुरालमाला में भूस्खलन हुआ। इस भूस्कलन में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है। चुरालमाला में एक बच्चे सहित चार लोगों की मौत हो गई है। जबकि थोंडरनाड गांव में एक नेपाली परिवार के एक साल के बच्चे की मौत हो गई है।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि अग्निशमन विभाग और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों को प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है। बचाव अभियान में मदद के लिए कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी वायनाड रवाना किया गया है। प्रभावित इलाकों के लोगों ने सैकड़ों लोगों के भूस्खलन के मलबे में दबे होने की जानकारी दी है। लगातार जारी भारी बारिश के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही है।
यह भी पढ़ें-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा…
इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूँ। प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान अभी चल रहा है। केरल के मुख्यमंत्री से बात की और वहां की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। प्रधानमंत्री ने वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
राहुल गांधी ने जताया दुख
राहुल गांधी ने भूस्खलन की घटना पर दुख जताया है। वायनाड के मेप्पडी में हुए भारी भूस्खलन से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस हादसे में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं। मुझे उम्मीद है कि जो लोग अभी भी फंसे हुए हैं उन्हें जल्द ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।
भारी बारिश के कारण चूरालमाला का बाजार क्षेत्र मलबे से भर गया है और कई लोगों के वहां फंसे होने की आशंका है। बारिश के कारण बचाव दल को घटनास्थल तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। चूरालमाला से मुंडक्कई तक का रास्ता बह जाने से बचाव कार्य बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
भयंकर बारिश के कारण आई बाढ़ ने चूरालमाला को मुंडक्कई से जोड़ने वाले पुल को बहा दिया, जिससे मुंडक्कई का संपर्क टूट गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहला भूस्खलन मंगलवार सुबह 2 बजे हुआ और दूसरा भूस्खलन सुबह 4 बजे हुआ। मुंडक्कई में फंसे लोगों को बचाने के लिए NDRF की 20 सदस्यीय टीम रवाना हो गई है। हैरिसन मलयालम प्लांटेशन के अधिकारियों ने बताया कि दो डिवीजनों के लगभग 200 कर्मचारियों को एक एस्टेट बंगले में रखा गया है। राज्य के राजस्व मंत्री के राजन ने कहा कि कोयम्बटूर से हेलीकॉप्टर मंगवाकर बचाव अभियान शुरू करने की कोशिश की जा रही है।
हेल्पलाइन नंबर जारी
भारी बारिश के बाद वायनाड में भूस्खलन हुआ है। स्वास्थ्य विभाग- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने आपातकालीन सहायता के लिए एक नियंत्रण कक्ष खोला है और हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 जारी किए हैं। वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर Mi-17 और एक ALH सुबह 7.30 बजे सुलूर से रवाना हुए। बचाव कार्यों का समन्वय किया जा रहा है। (एजेंसियां)
కేరళలో విరిగిపడ్డ కొండచరియలు
హైదరాబాద్ : కేరళలో కుండపోత వర్షాల కారణంగా ఘోర ప్రమాదం జరిగింది. వయనాడ్ సమీపంలోని మెప్పాడిలో భారీగా కొండచరియలు విరిగిపడ్డాయి. అర్థరాత్రి రెండు సార్లు కొండ చరియలు విరిగిపడ్డాయి. 400లకు పైగా కుటుంబాలపై ప్రభావం పడినట్లు తెలిపారు. ఈఘటనలో 19 మృతి చెందారు. శిథిలాల కింద వందలాది మంది చిక్కుకున్నారు. మృతుల సంఖ్య మరింత పెరిగే అవకాశం ఉంది. గాయాలైన వారిని ఆస్పత్రికి తరలించారు.
సమాచారం అందుకున్న ఎన్డీఆర్ఎఫ్ సిబ్బంది హుటాహుటిన ఘటనా స్థలానికి చేరుకుని సహయక చర్యలు చేపట్టారు. వర్షాలు భారీగా పడుతుండటంతో సహాయక చర్యలకు ఆటంకం కల్గుతోంది. దీంతో ఎయిర్ ఫోర్స్ మిగ్ 17 హెలికాప్టర్లు రంగంలోకి దిగాయి.
ఈ ప్రమాదంపై స్పందించిన సీఎం పినరయి విజయిన్ సంబంధిత అధికారులు సహాయక చర్యలు చేపట్టినట్టు తెలిపారు. రాష్ట్ర మంత్రులు ఘటనా స్థలానికి వెళ్తారని చెప్పారు ఎమర్జెన్సీ కోసం నేషనల్ హెల్త్ మిషన్ – కంట్రోల్ రూమ్ను ప్రారంభించినట్లు ఆయన తెలిపారు.రెండు హెల్ప్ లైన్లు నంబర్లు 9656938689, 8086010833 ద్వారా అధికారులను సంప్రదించవచ్చు. (ఏజెన్సీలు)