हैदराबाद : विश्व कप-2023 के फाइनल मैच के दिन कादम्बिनी क्लब हैदराबाद के तत्वावधान में रविवार को गूगल मीट के माध्यम से क्लब की 376वीं मासिक गोष्ठी का आयोजन ऑनलाइन संपन्न हुआ। प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी देते हुए डॉ अहिल्या मिश्र (क्लब अध्यक्ष) एवं मीना मुथा (कार्यकारी सांयोजिका) ने बताया कि इस अवसर पर आदरणीय डॉ मदन देवी पोकरणा ने सत्र की अध्यक्षता की। मीना मुथा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए पटल पर उपस्थित साहित्यकारों का शब्द कुसुमों से स्वागत किया। डॉ रमा द्विवेदी ने निराला रचित सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी।
तत्पश्चात् काव्यगोष्ठी का आयोजन हुआ। इसमें भावना पुरोहित (संस्मरण), चंद्रलेखा कोठारी (ज्ञानपंचमी का महत्व), सत्यनारायण काकड़ा (हास्य व्यंग्य), सविता सोनी (कविता), डॉ स्वाति गुप्ता (शृंगार गीत), डॉ राजेंद्र (बमबारी खून ख़राबा के प्रति संवेदनाएँ), भगवती अग्रवाल (कविता), सीताराम माने (चुनाव कविता), शीला भनोत कविता, डॉ रमा द्विवेदी (प्रेम ही आराधना-गीत), ज्योति नारायण (दीप है हमने जलाया-गीत), डॉ आशा मिश्र ‘मुक्ता’ (दीपावली शुभकामना संदेश), प्रवीण प्रणव (प्यार का पहला ख़त लिखने में वक्त सा लगता है-ग़ज़ल), मीना मुथा (हायकु और कविता) की सुंदर प्रस्तुति दीं।
उपस्थित कवियों ने गीत, ग़ज़ल, मुक्तक आदि विधाओं में आजकल के हालात, प्रेम-प्यार, यादों की अहमियत, शांति और सद्भाव को व्यक्त किया। सुखमोहन अग्रवाल ने सभी को साधुवाद देते हुए कहा कि हमारे साहित्यकार इसी तरह आगे बढ़ते रहें यही शुभकामना है। डॉ मदन देवी पोकरणा ने अध्यक्षीय टिप्पणी देते हुए कहा कि क्लब के साथ दीर्घ काल से जुड़ी हूँ। आज सबकी कवितायें बहुत ही अच्छी थीं। सबका प्रयास सराहनीय है। सभी विधाओं में सुधी जन लेखन कर रहे हैं। इसी तरह साहित्य के साथ जुड़ी रहें यही अनुरोध है।
मीना मुथा ने सभी के प्रति आभार जताया और क्लब अध्यक्षा डॉ अहिल्या मिश्र को उनके स्वास्थ्य में सुधार हेतु कामना की। संगोष्ठी सत्र संयोजक प्रवीण प्रणव को उनके तकनीकी सहयोग के लिए विशेष रूप से धन्यवाद दिया गया।