हैदराबाद: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ (Bharat Jodo Yatra) रविवार को करीब 10 बजे तेलंगाना में प्रवेश कर गई। इस दौरान राहुल गांधी का तेलंगाना कांग्रेस के तमाम बड़े नेता और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया और पद यात्रा में शामिल हुए।
इस अवसर हजारों की संख्या में लोग राहुल गांधी को देखने उमड़ पड़े। राहुल गांधी ने भी सभी का अभिवादन किया। साथ ही संबोधित करते हुए कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को कोई भी ताकत रोक नहीं सकती। उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस ने देश में अशांति फैला दी है। लोगों में फूट डाल रही है महंगाई आसमान को छू गई है। बेरोजगार युवक परेशान है। देश की रक्षा के लिए भारत जो़ड़ो यात्रा शुरू की है।
भारत जोड़ो यात्रा का आज 46वां दिन है। राहुल गांधी आज ने कर्नाटक के रायचूर के यरमारस गांव से पदयात्रा की शुरुआत की। यह पदयात्रा महबूबनगर के गुडबेल्लूर से होकर गुजरेगी। यहीं पर यात्रा का विश्राम होगा। दीवाली के मौके पर यात्रा 24 से 26 अक्टूबर तक विश्राम रहेगा। यात्रा की शुरुआत 27 अक्टूबर को फिर तेलंगाना से होगी। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर यह जानकारी दी।
राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा अब तक करीब 1100 किमी से ज्यादा सफर तय कर चुका है। दीवाली को देखते हुए यात्रा 24 और 25 अक्टूबर को नहीं होगी, जबकि 26 अक्टूबर को कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अपना कार्यभार संभालेंगे। इस मौके पर पार्टी मुख्यालय पर खास समारोह का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में राहुल गांधी भी शामिल हो सकते हैं।
The youth are the future.
— Congress (@INCIndia) October 23, 2022
India is destined to reach greater heights when the young minds work hand-in-hand.#BharatJodoYatra pic.twitter.com/sM2F1O1k9i
आपको बता दें कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर से कन्याकुमारी से शुरू हुई थी जो कि अब तक चार राज्यों- तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से गुजर चुकी है। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 12 राज्यों से गुजरेगी। यह दक्षिण में कन्याकुमारी से उत्तर में कश्मीर तक 3,750 किमी का सफर पूरा करेगी।
विश्लेषकों का मानना है कि भारत जोड़ो यात्रा के जरिए राहुल गांधी न सिर्फ कांग्रेस की खोई जमीन तलाशने की कवायद में जुटे हैं, बल्कि पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में भी नया जोश भरने की भी कोशिश कर रहे हैं। इस दौरान वो कभी नेताओं का हाथ पकड़कर दौड़ते नजर आते हैं, तो कभी युवाओं और किसानों के साथ उनका हालचाल तथा सुझाव पूछते हंसी मजाक के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
चित्रदुर्ग में तो उन्होंने एक टंकी पर चढ़कर तिरंगा तक लहराया। इतना ही नहीं एक मौके पर वे सोनिया गांधी के जूते के फीते भी बांधते नजर आए थे। सोनिया गांधी भी 6 अक्टूबर को इस यात्रा में शामिल हुई थीं। राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस की इस भारत जोड़ो यात्रा में भारी तादाद में पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक हिस्सा ले रहे हैं। राहुल गांधी पैदल यात्रा करके पूरे देश में अलग संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा को अपने लिए तपस्या बताते हुए कहा कि उनका मकसद लोगों से जुड़कर उनकी समस्याओं को समझना था और इस यात्रा के जरिए उनका यह मकसद पूरा हो रहा है। इस यात्रा में राहुल गांधी बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते रहे हैं।