आज का सुविचार :- लोगों की ख़ुशी के लिए पहली आवश्यकता धर्म का अंत है। – कार्ल मार्क्स
हैदराबाद: इंडो-एशियन न्यूज सर्विस के लिए एंगर इंडेक्स (Anger Index) नाम से Cvoter संस्था ने सर्वेक्षण किया। सार्वजनिक गुस्सा (अशांति) का सामना करने वाले शीर्ष 5 राज्यों की सूची में तेलंगाना पहले स्थान पर है। सर्वेक्षण के मुताबिक तेलंगाना के करीब दो तिहाई यानी 66.8 फीसदी लोग केसीआर सरकार से असंतुष्ट हैं। आंध्र प्रदेश में 56.9 फीसदी लोग जगन की सरकार से नाराज हैं। लोगों के असंतोष के मामले में आंध्र प्रदेश चौथे स्थान पर है। उसके बाद हिमाचल प्रदेश और राजस्थान दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
तेलंगाना में मौजूदा विधायकों का 33.2 फीसदी विरोध
लोगों के सबसे कम विरोध का सामना करने वाले मुख्यमंत्री की लिस्ट में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले स्थान पर हैं। तेलंगाना के सीएम केसीआर आखिरी स्थान पर हैं। तेलंगाना में मौजूदा विधायकों में से 23.5 फीसदी जनता के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। आंध्र प्रदेश में 33.2 फीसदी मौजूदा विधायकों का लोग विरोध कर रहे हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 34.5 प्रतिशत के साथ देश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री के रूप में पहले स्थान पर हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के शासन से सिर्फ 28 फीसदी लोग ही नाराज हैं। इस लिस्ट में सबसे नीचे तेलंगाना के सीएम केसीआर हैं।
केंद्रीय मंत्रियों पर ज्यादा भरोसा कर रहे हैं लोग
हालांकि लोग दिल्ली में केजरीवाल सरकार के शासन से संतुष्ट हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन से गहरा असंतोष है। साथ ही तेलंगाना के स्थानीय शासन से केवल 5.4 प्रतिशत असंतोष है। सर्वेक्षण में भाग लेने वालों में से अधिकांश ने अपने तेलंगाना नेतृत्व के केंद्रीय मंत्रियों पर अधिक विश्वास व्यक्त किया। यहां तक कि जिन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लोग पसंद करते हैं, वहां भी खुद विधायकों को लेकर खासा असंतोष है। छत्तीसगढ़, दिल्ली और पश्चिम बंगाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कम असंतुष्ट हैं। इन तीनों राज्यों में गैर-भाजपा सरकारें सत्ता में हैं।
राज्य सरकारों पर ही जनता का विरोध
देश में केंद्र सरकार से ज्यादा जनता का विरोध राज्य सरकारों पर अधिक है। IANS-CVOTER ओपिनियन पोल में यह खुलासा हुआ है। 46.6 फीसदी ने अपनी राज्य सरकारों पर असंतोष व्यक्त किया। जबकि केवल 34.8 फीसदी ने केंद्र सरकार से नाराज़ है। हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना उन राज्यों में शामिल हैं, जिनमें केंद्र सरकार के प्रति सबसे कम गुस्सा है। यह पाया गया कि सर्वेक्षण में भाग लेने वाले औसतन 24.6 फीसदी मतदाता अपने मुख्यमंत्रियों से और 11.2 फीसदी अपने विधायकों से असंतुष्ट हैं। सर्वेक्षण के लिए Cvoter संस्था ने पिछले जुलाई से सितंबर तक 3 महीने की अवधि के दौरान देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 25,000 लोगों से पूछताछ की। यह सर्वेक्षण 11 भाषाओं में किया गया।