हैदराबाद : भारत को 15वां राष्ट्रपति मिल गया। राष्ट्रपति चुनाव नतीजे आ गये हैं। एनडीए की ओर से द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष की तरफ से यशवंत सिन्हा उम्मीदवार थे। मुर्मू की जीत की संभावना पहले से जताई जा रही थी। अब द्रौपदी ने जीत हासिल कर ली है और देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन गई हैं। हैदराबाद में बीजेपी कार्यालय में द्रौपती मुर्मू की जीत पर जश्न मनाया गया। एक दूसरे को बधाई दी। मिठाई बांटी और आतिशबाजी की गई।
झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू प्रदेश की पहली आदिवासी राज्यपाल ही नहीं, बल्कि 2000 में राज्य के निर्माण के बाद प्रदेश की पहली महिला राज्यपाल भी बनी थीं। द्रौपदी मुर्मू के राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत 1997 में हुई थी, जब वह ओडिशा के रायरंगपुर अधिसूचित क्षेत्र में काउंसलर चुनी गई थीं और फिर उसकी वाइस चेयरपर्सन बनी थीं। बीजेपी ने उसी साल मुर्मू को ओडिशा अनसूचित जनजाति मोर्चा का प्रदेश उपाध्यक्ष भी बनाया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम दिग्गज नेताओं ने द्रौपदी मुर्मू को जीत की बधाई दी है। इसी क्रम में राष्ट्रपति चुनाव में उनके प्रतिद्वंदी यशवंत सिन्हा ने भी उन्हें बधाई दी और कहा कि उम्मीद है कि वो बिना डर और पक्षपात के संविधान के संरक्षक रूप में काम करेंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घर जाकर द्रौपदी मुर्मू को जीत की बधाई दी है। साथ ही बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह भी उन्हें बधाई देने घर पहुंचे हैं। असम, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी द्रौपदा मुर्मू की जीत पर खुशी जताई और बधाई दी। दिल्ली में बीजेपी कार्यालय के बाहर जश्न का माहौल है।
राष्ट्रपति चुनाव के वोटों की गिनती अभी तक तीन चरणों में की गई।अब तक हुई गिनती में कुल वोट 3219 थे। जिनकी वैल्यू 8,38,839 थी। इसमें से द्रौपदी मुर्मू को 2161 वोट जिनकी वैल्यू 5,77,777 मिले हैं। वहीं विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 1058 वोट मिले जिनकी वैल्यू 2,61,062 है। अभी एक चरण के वोटों की गिनती बाकी है।
रायसीना हिल्स की रेस में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने बढ़त बनाते हुए विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को सांसदों के वोटों की गिनती में पीछे छोड़ दिया है। राष्ट्रपति पद के लिए कुल 748 सांसदों के वोट पड़े हैं जिनमें से मुर्मू को 540 वोट मिले हैं जबकि यशवंत सिन्हा को महज 208 वोट मिले हैं। इस दौरान 15 सांसदों के वोट अमान्य हो गये हैं। इस बार राष्ट्रपति चुनाव में 98.91% वोटिंग हुई थी। चुनाव आयोग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 12 राज्यों में 100 फीसद मतदान हुआ। जिसमें छत्तीसगढ़, केरल, कर्नाटक, एमपी, मणिपुर, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, तमिलनाडु और पुडुचेरी शामिल हैं। (एजेंसियां)