हैदराबाद: स्वतंत्रता सेनानी, वर्णाश्रम-पत्रक के संपादक और हैदराबाद मुक्ति आंदोलन में आर्य समाज का नेतृत्व करने वाले स्वर्गीय पंडित गंगाराम जी वानप्रस्थी की बहु और सुलतान बाजार आर्य समाज के सदस्य भक्तराम आर्य की पत्नी सुखदा का अंतिम संस्कार बुधवार को अम्बरपेट श्मशान वाटिका में किया गया।
बड़े बेटे आत्मा राम ने मां सुखदा को मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार वैदिक पद्धति के अनुसार किया गया। इससे पहले अंतिम यात्रा उनके निवास स्थान (साईं बाबा नगर, शिवम रोड) से निकाली गई। अंतिम संस्कार में परिजन, आर्य समाज के सदस्य और शहर के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।
सुखदा ने अपने पीछे पति भक्तराम, तीन बेटे- आत्मा राम, विजय राम, मधु राम, बहु- आरती, रश्मी, गार्गी और पौत्र व पौत्री अभिराम, वेदराम, दक्षराम और आनंदिता भरा पुरा परिवार छोड़ गई हैं। सुखदा के निधन पर नगर के आर्य समाज के सदस्य और गणमान्य व्यक्तियों ने गहरा शोक व्यक्त किया और दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने की भगवान से प्रार्थना की है।
इसी क्रम में गुरुवार को भक्तराम के निवास स्थान (साईं बाबा नगर, शिवम रोड) पर शाम 4 बजे शोकसभा की जाएगी। परिजनों ने सभी से शोकसभा में भाग लेने का आग्रह किया है।