हैदराबाद: गुजरात के मोर्बी जिले में बड़ा हादसा हुआ है। मोर्बी जिले में एक नमक फैक्ट्री की दीवार ढह गई है। दीवार के मलबे में दब जाने के कारण करीब 12 मजदूरों की मौत हो गई है। हादसे के वक्त मजदूर फैक्ट्री में काम कर रहे थे। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई है। राहत और बचाव कार्य जारी है।
इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा, “मोरबी में दीवार गिरने से हुई त्रासदी हृदय विदारक है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें। स्थानीय अधिकारी प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।”
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “गुजरात के मोरबी जिले में हुए हादसे में 12 लोगों की मृत्यु अत्यंत दुःखद है। मैंने मुख्यमंत्री जी से बात की है। प्रशासन राहत पहुँचाने में तत्परता से लगा है। घायलों को शीघ्र अस्पताल पहुंचाया गया। घायलों का इलाज जारी है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।”
हुए हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को पीएमएनआरएफ की ओर से दो-दो लाख रुपये दिए जाने का एलान किया गया है। साथ ही घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे। गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने मोरबी जिले में एक नमक कारखाने में दीवार गिरने की घटना में मारे गए प्रत्येक कार्यकर्ता के परिजनों को सीएम राहत कोष से 4 लाख रुपये देने की घोषणा की। सीएम ने मोरबी जिलाधीश और सिस्टम ऑपरेटरों को तत्काल बचाव और राहत कार्यों के निर्देश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने योगी इस घंटा पर दुःख जताया है। उन्होंने कहा, “गुजरात के मोरबी जिले में दीवार गिरने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत दुःखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने की कृपा करें।”
श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री बृजेश मेरजा ने दुखद घटना की जानकारी साझा करते हुए कहा कि दोपहर करीब 12 बजे हलवाड़ जीआईडीसी स्थित सागर साल्ट फैक्ट्री में एक दीवार गिर गई। मलबे से श्रमिकों के 12 शव मिले है। 90 प्रतिशत बचाव अभियान पूरा कर लिया गया है। यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दीवार गिरने का कारण क्या है। यह जांच का विषय है। पुलिस जांच करेगी। मंत्री ने कहा कि कारखाने में नमक को संसाधित और पैक किया जाता है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा, “दीवार के किनारे नमक के बैग गिरने से श्रमिकों की मौत हो गई। मोरबी के जिलाधीश जेबी पटेल और जिला पुलिस अधीक्षक राहुल त्रिपाठी अपनी टीम के साथ दुर्घटनास्थल पर पहुंच गये है। नमक की बोरियों, कठोर नमक और दीवार के मलबे को हटाने के लिए जेसीबी मशीनों को लगाया।”
पुलिस अधीक्षक त्रिपाठी ने कहा कि एक बार जब बचाव अभियान समाप्त हो जाता है और क्षेत्र पूरी तरह से साफ किया जाएगा। इसके बाद स्थानीय पुलिस के साथ एफएसएल टीम घटना की जांच करेगी। यदि फैक्ट्री प्रबंधन किसी भी लापरवाही के लिए दोषी पाया जाता है, तो उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाएगा। (एजेंसियां)