हैदराबाद : तेलंगाना के मुख्यमंत्री कल्वाकुंट्ला चंद्रशेखर राव (Kalvakuntla Chandrashekar Rao) ने कहा, ” देश को एक वैकल्पिक राजनीतिक मंच की जरूरत है। इसकी आज शुरुआत हुई है। इसमें कोई भविष्यवाणी करने की ज़रूरत नहीं है। हम अन्य राज्यों के नेताओं से भी बात करेंगे। हम अनेक विषयों पर बात करेंगे। केंद्रीय जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर वो इसमें बदलाव नहीं करेंगे तो वो खुद इसका अंजाम भुगतने को तैयार रहेना होगा। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि देश की राजनीति और भविष्य को लेकर केसीआर और उद्धव ठाकरे के बीच चर्चा हुई।
केसीआर ने कहा कि आज देश की राजनीति और आज़ादी के बाद जो हालात हैं, उस पर चर्चा करने के लिए मैं महाराष्ट्र में आया हूं। उद्धव जी से मिलकर बहुत अच्छा लगा है। कई मुद्दों पर चर्चा हुई और सहमति भी बनी हैं। देश में विकास की गति बढाने, कुछ ढांचागत और नीतिगत बदलाव पर चर्चा हुई है। देश में कई अन्य नेता हैं जो हमारी तरह सोचते हैं। उनसे भी बातचीत हो रही है। कुछ दिनों में हैदराबाद या और कहीं चर्चा करेंगे। देश में एक बड़े परिवर्तन की ज़रूरत है। हम दोनों भाई लगते हैं। एक हजार किलोमीटर का हमारा बॉर्डर है। कालेश्वरम प्रोजेक्ट में उद्धव ठाकरे ने सहयोग किया। बहुत फायदा हुआ। महाराष्ट्र से जो मोर्चा निकलता है वो कामयाब होता है। शिवाजी महाराज और बालासाहेब जैसे लोगों से जो देश को प्रेरणा मिली है। उसी प्रेरणा को लेकर हम लड़ना चाहते हैं। इसकी शुरुआत महाराष्ट्र से हुई है। आज हमारे बीच जो बातचीत हुई उसका अच्छे परिणाम देखने मिलेंगे। उद्धव जी को मैं तेलंगाना आने का निमंत्रण देता हूं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, “सबसे पहले मैं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव का स्वागत करता हूं। कई दिनों से हमारे मिलने की बात जारी थी। आज हमारा मिलन हुआ है। कल शिवाजी महाराज की जयंती थी और उसके अगले दिन ही हम मिले हैं। इस बैठक में हमने कुछ छुपाया नहीं है। देश में निचले स्तर की राजनीति हो रही है। यह हिंदुत्व नहीं है। बदला लेने वाला हिंदुत्व नहीं है। अगर यह ऐसा ही चलता रहा तो देश का भविष्य क्या है? कोई मुख्यमंत्री या पीएम बन सकता है। लेकिन देश के भविष्य को लेकर हमने बैठक किया। देश के साथ ही राज्यों के बीच जो वातावरण होना चाहिए, वो आज नहीं देखने मिल रहा है। यह राजनीति नहीं चलेगा। इसलिए हमने एक नई शुरुआत की है।” उन्होंने आगे कहा कि देश की मूलभूत प्रश्न में दूसरे को बदनाम करने का, जो नहीं हुआ है उसका भी झूठा प्रचार कर किसी को बदनाम करने का यही चल रहा है।
गौरतलब है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार खरीखोटी सुनाने के बाद रविवार को महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार से मिलने के लिए मुंबई पहुंचे है। इस बैठक को 2024 के आम चुनावों में बीजेपी से मुकाबला करने के लिए एक गैर-कांग्रेसी मोर्चा बनाने के प्रयासों के तौर पर देखा जा रहा है। इसी क्रम में तेलंगाना के मुख्यमंभी क्षेत्रीय दलों के नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। केसीआर ने रविवार को उद्धव ठाकरे से मुंबई में मुलाकात की। दोनों नेताओं ने केंद्र की बीजेपी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि आज निचले स्तर की राजनीति हो रही है। वो मिलकर देश में बड़े बदलाव के लिए काम करेंगे। इस बदलाव में दूसरे नेताओं को भी शामिल करेंगे।
बीजेपी के खिलाफ विभिन्न विपक्षी दलों को एक साथ लाने के प्रयासों के तहत पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने की भी केसीआर योजना बना रहे हैं। इससे पहले पूर्व प्रधान मंत्री एचडी देवेगौड़ा ने केसीआर को समर्थन दिया। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी कहा था कि गैर-एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री जल्द ही दिल्ली में एक सम्मेलन करेंगे। केसीआर के मुंबई दौरे के चलते विभिन्न जगहों पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के स्वागत करने वाले पोस्टर लगाये गये। पोस्टरों में केसीआर, उद्धव ठाकरे, शरद पवार और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की तस्वीरें हैं। (एजेंसियां)