हैदराबाद : दो दिन पहले निजामाबाद के सांसद धर्मपुरी अरविंद के दौरे के दौरान तनाव पैदा हो गया था। निजामाबाद जिले के दौरे पर आए भाजपा सांसद पर सत्तारूढ़ टीआरएस के कार्यकर्ताओं द्वारा किये गये हमले से हड़कंप मच गया था। सांसद की कार में तोड़फोड़ को रोकने के लिए आये बीजेपी के कार्यकर्ताओं पर टीआरएस कार्यकर्ताओं ने अंधाधुंध हमला किया। लाठी और चाकुओं से हमला किये जाने का वीडियो वायरल हो गया। ट्रैक्टरों के टायरों को अरविंद के मार्ग पर जलाकर सांसद की यात्रा को बाधित करने का प्रयास किया गया।
सांसद अरविंद ने कहा कि अपने ही निर्वाचन क्षेत्र में दौरा करने के लिए पुलिस की मदद मांगी, मगर अनदेखी की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने गुलाबी बदमाशों के साथ खड़ी होकर उन पर हमला करवाया। निजामाबाद पुलिस आयुक्त टीआरएस पार्टी के साथ मिलकर उनकी हत्या करने की कोशिश की। यह सब मुख्यमंत्री केसीआर की साजिश से हुआ है और हैदराबाद से उनकी देखरेख में हमला किया गया।
इसी क्रम में निजामाबाद सांसद पर टीआरएस के कार्यकर्ताओं द्वारा किये गये हमले के मद्देनजर अब राज्यपाल मैदान उतरी है। अरविंद पर हमले की जानकारी मिलते ही राज्यपाल तमिलिसाई ने खुद सांसद अरविंद को फोन किया। हमले की जानकारी ली। सांसद धर्मपुरी अरविंद ने राज्यपाल को उन पर हुए हमले, निजामाबाद के सीपी और पुलिस के रवैये के बारे में राज्यपाल को जानकारी दी है।
सांसद अरविंद ने आरोप लगाया कि पुलिस की निगरानी में उनकी हत्या की योजना बनाई गई। पुलिस को उन पर हमला करने के लिए तैयार होने की अग्रिम सूचना देने के बावजूद उपद्रवी भीड़ पर अंकुश लगाने की कोशिश नहीं की। उनके अपने निर्वाचन क्षेत्र में भी पुलिस ने सुरक्षा प्रदान नहीं की है। सांसद और नेताओं पर पुलिस की मौजूदगी में हमला किया जाना चिंता की बात है। राज्यपाल ने अरविंद को आश्वासन दिया कि डीजीपी और केंद्रीय गृह मंत्रालय से इस विषय पर चर्चा करके और उचित कार्रवाई की जाएगी।