हैदराबाद : कोरोना थर्ड वेव के चलते तेलंगाना में कोरोना के मामले बड़े पैमान पर दर्ज किए जा रहे हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं।
इसी पृष्ठभूमि में स्वस्थ्य मंत्री हरीश राव के निर्देशन के चलते शुक्रवार (21 जनवरी) से तेलंगाना में बुखार सर्वेक्षण शुरू किया गया है। तेलंगाना के सभी जिलों के चिकित्सा कर्मी घर-घर जाकर लोगों की स्वास्थ्य का विवरण एकत्रित कर रहे हैं। बुखार, सर्दी और खांसी लक्षण वालों का कोरोना परीक्षण कर रहे हैं। इस दौरान होम आइसोलेशन किट भी बांट रहे हैं। इसके लिए सरकार ने एक करोड़ होम आइसोलेशन किट तैयार किये हैं।
इसी क्रम में शुक्रवार को किए गए बुखार सर्वेक्षण में तेलंगाना में 45,567 लोगों में कोरोना के लक्षण पाये गये हैं। अधिकारियों ने बताया कि लगभग हर घर में एक या दो लोग बुखार, खांसी और जुकाम से पीड़ित हैं। कोरोना लक्षण वालों को किट सौंपे गये और उन सभी को होम आइसोलेशन में रहने तथा देखभाल करने की सलाह दी गई हैं। बुखार सर्वेक्षण में बच्चों और वयस्कों के लिए अलग-अलग विवरण एकत्रित कर रहे हैं। कोरोना के लक्षण ज्यादातर वयस्कों में पाए जा रहे हैं।
कोविड लक्षण वालों की जांच कर रहे चिकित्साकर्मी 5 दिन तक उन पर कड़ी नजर रखने वाले हैं। कोविड के गंभीर लक्षण वालों को इलाज के लिए अस्पताल भेज रहे हैं। दूसरी ओर कल तक कोरोना जांच केंद्रों पर लोगों की लंबी-लंबी कतारें देखी गईं थी। सर्वेक्षण के चलते कोरोना जांच केंद्रों पर अब भीड़ कम हो रही है। इसका कारण चिकित्सा कर्मचारी बुखार सर्वेक्षण घर-घर जा रहे हैं।