हैदराबाद: भारत ने यूक्रेन और रूस से यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए संघर्ष विराम की घोषणा करने को कहा है। यह सर्वविदित है कि सभी भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए हैं और स्वदेश लौटने की कोशिश कर रहे हैं। यूक्रेन में अब भी फंसे भारतीय नागरिक युद्ध के मद्देनजर दहशत में जी रहे हैं। इनमें दोनों तेलुगु राज्यों को लोग शामिल है। भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त करने के लिए कदम बढ़ाया कि वे सुरक्षित लौट आएंगे। रूस और यूक्रेन ने संघर्ष विराम का आह्वान किया है।
यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध का आज दसवां दिन है। अनेक जगहों पर लड़ाई जारी है। भारी तबाही हो रही है। अबतक कोई बड़ी कामयाबी नहीं मिली है। इसी बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया। पुतिन ने यूक्रेन के शहरों पर बमबारी के आरोपों से इनकार किया है। यूक्रेन के शहरों पर बमबारी की खबरें गलत और फर्जी हैं। उन्होंने यहां कहा कि अगर उनकी मांगें मान ली जाती हैं तो वो बातचीत करने को तैयार हैं।
पुतिन का यह बयान उनकी जर्मन चांसलर ओलाफ सोल्ज के साथ बातचीत के दौरान आया। पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन की राजधानी कीव और अन्य बड़े शहरों में हवाई हमलों की खबर एक बहुत बड़ा दुष्प्रचार है। उन्होंने साफ किया कि यूक्रेन पर बातचीत तभी संभव है, जब उनकी मांगें मान ली जाएं। पुतिन ने इस बात की पुष्टि की है कि रूस के लिए यूक्रेनी पक्ष और अन्य सभी के साथ वार्ता का विकल्प खुला है। शर्त है कि रूस की सभी मांगों को मान लिया जाये।
मुख्य रूप से इसमें यूक्रेन का तटस्थ औऱ गैर-परमाणु देश होना, उसके द्वारा क्रीमिया को रूस का हिस्सा मानना और पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्रों की संप्रभुता की शर्त शामिल है। इसमें दोनों पक्षों के बीच तीसरे दौर की वार्ता को लेकर उम्मीद जाहिर की गई। साथ ही यह आशा जताई गई कि यूक्रेन की सरकार तार्किक और सकारात्मक रुख दिखाएगी। दोनों पक्षों के बीत अगले दौर की बातचीत जल्द ही होने की संभावना है। यूक्रेन और रूस के बीच अब तक दो दौर की वार्ता हो चुकी है। मगर अभी तक कोई खास नतीजा नहीं निकला है।
आपको बता दें कि है कि यूक्रेन पर हमले के नौ दिन बीत चुके हैं। रूसी सेना द्वारा यूक्रेन पर अचानक हमला करने और तीव्र गति से कीव पर कब्जा करने की रणनीति कामयाब होते नहीं दिख रही है। रूसी फौज की ओऱ से लगातार यूक्रेन के बड़े शहरों को निशाना बनाया जा रहा है। मगर बड़े शहरों के भीतर घुसने में सफल होती नहीं दिख रही है। (एजेंसियां)