जज ने राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस पर जगरूकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना, यह है मक़सद

सभी थानों व तहसीलों में विधिक साक्षरता व जागरूकता शिविर का आयोजन

कौशाम्बी (डॉ नरेन्द्र दिवाकर की रिपोर्ट): 9 नवम्बर को राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस के अवसर पर कौशाम्बी (उत्तर प्रदेश) जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में जनपद न्यायालय परिसर से जागरूकता रैली निकाली गई। कस्तूरबा विद्यालय मंझनपुर, दुर्गा देवी इंटर कॉलेज ओसा, एम वी इंटर कॉलेज ओसा, रिजवी लॉ कॉलेज करारी के विद्यार्थियों की रैली को जनपद न्यायाधीश महोदय अनुपम कुमार ने न्ययालय परिसर से हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। रैली जनपद न्यायालय से चलकर मंझनपुर चौराहा होते हुए बाजार में समाप्त हुई।

इस अवसर पर सभी न्यायिक अधिकारी, उपजिलाधिकारी मंझनपुर, तहसीलदार मंझनपुर, जिला विद्यालय निरीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी, सी ओ ट्रैफिक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सी ओ मंझनपुर, जनपद न्यायालय के कर्मचारीगण, पैनल अधिवक्तागण, लीगल एड डिफेंस कौंसिल्स, बार एशोसिएशन के सदस्यगण, विद्यालयों के कर्मचारीगण, परा विधिक स्वयं सेवकगण (पीएलवीज) और लगभग हजारों की संख्या में विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।

रैली को संबोधित करते हुए जनपद न्यायाधीश ने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य सभी को विधिक जागरूकता से सशक्त बनाना और समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों को विधिक सहायता प्रदान करना है। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के गठन (1995) से ही प्रतिवर्ष 9 नवंबर को राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य निःशुल्क विधिक सहायता और वैकल्पिक विवाद समाधान पद्धतियों के बारे में जागरूकता पैदा करने पर केंद्रित है। निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान करने के लिए राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, निचली अदालतों में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और तहसील विधिक सेवा समिति काम कर रहे हैं जो महिलाओं और हाशिए के समुदायों सहित समाज के कमजोर वर्गों के लोगों को निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान कर रहे हैं।

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अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पूर्णिमा प्रांजल ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस 2024 का विषय (थीम) “सभी के लिए न्याय तक पहुंच” को बढ़ावा देने पर केंद्रित है, जो यह सुनिश्चित करने पर जोर देता है कि किसी को भी न्याय से वंचित न किया जाए, चाहे उसकी आर्थिक पृष्ठभूमि या सामाजिक स्थिति कुछ भी हो। यह विषय कानूनी सेवाओं को सभी के लिए अधिक सुलभ, उपयोगकर्ता के अनुकूल और किफ़ायती बनाने के चल रहे प्रयासों से संबंधित है, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों, वंचित समुदायों और वित्तीय बाधाओं का सामना करने वाले लोगों के लिए। इसके अतिरिक्त जनपद कौशाम्बी के समस्त तहसीलों और थानों में राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस के अवसर पर विधिक साक्षरता और जागरूकता शिविर आयोजित कर विधिक सेवा प्राधिकरण के उद्देश्यों और उसके द्वारा जरूरतमंदों को प्रदान की जा रही सहायता के बारे में जागरूक किया गया।

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