Elections: “एक बार जब बाघ बाहर आ जाएगा तो सभी लोमड़ियाँ अपने बिलों में चली जाएंगी”

तेलंगाना विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और नवंबर 30 को चुनाव होने जा रहे हैं। तो जाहिर सी बात है कि राजनीतिक पार्टियां भी अब पूरे जोशो-खरोश के साथ तैयारी के साथ ही प्रचार में भी जुट गई है जिससे कि कोई कमी न रह जाए। वहीं जहां बीजेपी और कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली से राज्य में चुनाव प्रचार के लिए बुला रही है वहीं सत्तारुढ़ पार्टी भी अब पूरी तरह से सक्रिय हो गई है। मुख्यमंत्री केसीआर जो इतने दिनों से बीमारी के चलते सारे राजनीतिक कार्यक्रमों से दूर थे अब पूरी तरह से प्रचार में जुटने वाले हैं। वहीं हाल ही में आईटी मंत्री केटीआर ने कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को लेकर अहम टिप्पणियां की है। आइये यहां देखते हैं इससे जुड़ी ये रिपोर्ट…

राज्य में चुनावी बिगुल के बजते ही सारी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी रणनीति के तहत प्रचार शुरू करने के साथ ही इससे जुड़ी सारी तैयारियों पर गंभीरता से ध्यान देना शुरू कर दिया है। जहां कांग्रेस अपने चुनावी वादों से जनता को लुभाने में लगी है वहीं बीजेपी दिल्ली से वरिष्ठ नेताओं को बुलाकर चुनाव प्रचार करवा रही है। वहीं अब बीआरएस ने भी इस पर ध्यान शुरू कर दिया है साथ ही सीएम केसीआर का प्रचार शेड्यूल भी जारी कर दिया है।

इससे तो यही कहा जा सकता है कि सत्तारूढ पार्टी भी अपनी ओर से कोई कमी नहीं रखना चाहती। साथ ही कांग्रेस की छह गारंटियों के बाद तो बीआरएस और भी सचेत हो गई है कि कहीं लोग उसकी बातों में न आ जाए। तभी तो आजकल बीआरएस का हर नेता कांग्रेस की आलोचना करते हुए यही कहता है कि उसके वादों पर भरोसा न करे, वे कभी भी लागू नहीं हो सकते।

वहीं हाल ही में बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने बताया कि सीएम केसीआर जल्द ही घोषणाएं करेंगे जिससे तेलंगाना के लोगों को फायदा होगा। इससे तो यही लगता है कि बीआरएस भी जनता को लुभाने के लिए कुछ नई घोषणाएं कर सकती हैं। साथ ही कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए केटीआर ने कहा कि अगर सबसे पुरानी पार्टी फिर से सत्ता में आती है तो कांग्रेस शासन के दौरान राज्य में जो गरीबी थी, वह वापस आ जाएगी क्योंकि कांग्रेस के शासन में विकास तो हो ही नहीं सकता। साथ ही अन्य पार्टियां विकास करती है तो वह उसे दिखाई नहीं देता।

इसके अलावा केटीआर ने पूरे विश्वास के साथ कहा कि आगामी चुनाव “केसीआर को एक बार फिर सीएम चुनने” के लिए ही हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के किसी भी राजनीतिक दल में कोई ऐसा नेता नहीं है जो केसीआर का मुकाबला कर सके। केसीआर ने राज्य में इतनी कल्याणकारी योजनाओं को लागू किया है कि जनता उनके सिवाय किसी अन्य को तो चुन ही नहीं सकती। उन्होंने पूछा, ”क्या कांग्रेस में कोई सीएम उम्मीदवार है? क्या इस राज्य के राजनीतिक दलों में कोई ऐसा नेता है जो केसीआर से मुकाबला कर सके?”

केटीआर ने आगे कहा, “हाल ही में घोषित चुनाव तारीखों को ध्यान में रखते हुए, ऐसा प्रतीत होता है कि के चंद्रशेखर राव हैट्रिक हासिल करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। मुख्यमंत्री के रूप में के चंद्रशेखर राव का तीसरा कार्यकाल लगभग तय लग रहा है। सब कुछ हमारे पक्ष में ही हो रहा है। चुनाव 30 नवंबर को है और नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। ‘तीन और तीन’ का प्रतीकवाद उल्लेखनीय है, क्योंकि हमारा भाग्यशाली अंक छह है और चंद्रशेखर राव अपने तीसरे कार्यकाल के लिए तैयार हैं। ऐसा लगता है कि तारीखें सोच-समझकर हमारे लिए ही चुनी गई हैं।”

कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए केटीआर ने टिप्पणी की कि पार्टी के नेता ‘गंगिरेद्दुलु’ (सजे हुए बैल) की तरह चुनावी मैदान में उतर रहे हैं जो संक्रांति उत्सव के दौरान आमतौर पर देखे जाते हैं। उन्होंने बिजली, पेयजल, कृषि, सिंचाई और कल्याण कार्यक्रमों में प्रगति पर जोर देते हुए, 2014 के बाद से हुई प्रगति पर विचार करते हुए मतदाताओं से विवेकपूर्ण तरीके से अपने मताधिकार का प्रयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने भ्रामक वादों में न फंसने के प्रति आगाह किया।

इससे पहले, मंत्री ने कहा कि बाघ (के.चंद्रशेखर राव) बाहर आएगा और सभी लोमड़ियाँ जो आज बाहर घूम रही हैं, अपने पिंजरों में छिप जाएँगी। उन्होंने राज्य का विकास करने में विफलता के लिए कांग्रेस और भाजपा की आलोचना की। उन्होंने कहा कि के चन्द्रशेखर राव विपक्षी दल के नेताओं के गलत कामों की पूरी सूची तैयार कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “एक बार जब बाघ (केसीआर) बाहर आ जाएंगे, तो सभी लोमड़ियाँ (किशन रेड्डी और रेवंत रेड्डी) अपने बिलों में चली जाएंगी।”

इसके बाद केटीआर ने टीपीसीसी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी पर निशाना साधते हुए पूछा, “क्या हम उनकी (रेवंत की) बातों पर विश्वास कर सकते हैं? वह ऐसे चोर है जो नोटों के बंडलों के साथ पकड़ा गया था। क्या हम राज्य को ऐसे अपराधियों के हाथों में सौंप देंगे?” उन्होंने वोट के बदले नोट मामले का जिक्र करते हुए ये बातें कही। साथ ही राज्य में कांग्रेस की छह गारंटी योजनाओं के बारे में बात करते हुए केटीआर ने कहा कि गुर्राने वाली लोमड़ियों का बाघ पर कोई असर नहीं पड़ता ।

केसीआर ऐसी बातें नहीं करते बल्कि राज्य में उनकी विश्वसनीयता है। लोगों को उन पर भरोसा है क्योंकि वे जो कहते हैं, वही करते हैं पर कांग्रेस ऐसी है जो कहती है वह कभी नहीं करती। इसलिए राज्य में तो बीआरएस ही जीतेगी और हैट्रिक बनाएगी, यह तय है। केटीआर की बातें सही साबित होती भी है या नहीं यह तो हमें चुनाव के परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा।

मीता वेणुगोपाल, पत्रकार

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