हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने हिजाब पर मचे बवाल पर विधानसभा में कर्नाटक हाइकोर्ट के फ़ैसले के बाद प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री ने हिजाब विवाद को लेकर कर्नाटक सरकार पर निशाना साधा और हिजाब पर राजनीति करने का आरोप लगाया।
तेलंगाना विधानसभा में बजट सत्र चर्चा के आखिर दिन चंद्रशेखर राव ने कहा कि बीजेपी सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने का कोई भी मौका नही छोड़ती है। उन्होंने सवाल किया “सरकार का इससे क्या लेना-देना है कि कौन क्या पहनता है? हिजाब पर विवाद क्यों? आप हिजाब पर राजनीति करके माहौल को क्यों खराब कर रहें है?”
केसीआर ने कहा कि इस मुद्दे पर कर्नाटक में पिछले साल दिसंबर से बवाल चल रहा है। अब कर्नाटक उच्च न्यायालय ने शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध को बरकरार रखते हुए कहा कि हिजाब इस्लाम में एक आवश्यक प्रथा नहीं है। जिन छात्रों ने प्रतिबंध को उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी, उन्होंने तर्क दिया था कि एक आवश्यक अभ्यास के रूप में हिजाब को संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत संरक्षित किया गया है।
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सरकार के फैसले को रद्द करने से इनकार करते हुए न्यायाधीशों ने कहा कि हमारा मानना है कि मुस्लिम महिलाओं द्वारा हिजाब पहनना इस्लामी आस्था में आवश्यक धार्मिक प्रथा का हिस्सा नहीं है। गौरतलब है कि 2014 में पृथक तेलंगाना की स्थापना के बाद से तेलंगाना के मुख्यमंत्री है। उन्होनें बीजेपी कि केंद्र में ‘डबल इंजन ग्रोथ’ को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा।
आपको बता दें कि कर्नाटक हाईकोर्ट ने हिजाब मामले पर मंगलवार को अहम फैसला सुनाया। हाईकोर्ट ने हिजाब मामले पर दायर सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है। कर्नाटक हाई कोर्ट ने कहा कि हिजाब धर्म का अनिवार्य हिस्सा नहीं है।
कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस ऋतुराज अवस्थी, जस्टिस कृष्ण एस दीक्षित और जस्टिस जेएम काजी की खंडपीठ ने उडुपी की मुस्लिम छात्राओं की याचिका पर सुनवाई के लिए गठित की गई थी। इन छात्राओं ने मांग की थी कि उन्हें क्लास में स्कूली यूनिफॉर्म के साथ-साथ हिजाब पहनने की अनुमति दी जाये। क्योंकि ये उनकी हिजाब धार्मिक आस्था का हिस्सा है।
गौरतलब है कि 1 जनवरी को उडुपी के एक कॉलेज की छह छात्राओं ने कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI) की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में मीडिया से बात की थी। इसका आयोजन कॉलेज प्रशासन की तरफ से इन छात्राओं को हिजाब पहनकर क्लास में जाने से रोके जाने के खिलाफ किया गया था।