हैदराबाद : प्रयागराज स्थित महाकुंभ मेले में भगदड़ मच गई> महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर भीड़ बढ़ने से यह भगदड़ मची है। महाकुंभ मेले में अभी संगम तट पर श्रद्धालुओं की खचाखच भीड़ है। इस भगदड़ में कई लोगों की मौत होने की की खबर है। महाकुंभ में भगदड़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए पीएम मोदी ने एक घंटे में दो बार सीएम योगी से बातचीत की है।
बहरहाल, एहतियात के तौर पर महाकुंभ में आज के अमृत स्नान पर फिलहाल रोक लग गई है। खुद अखाड़ों ने यह फैसला किया है। भगदड़ के बाद अखाड़ा परिषद की ओर से अमृत स्नान स्थगित करने का फैसला लिया गया है। बताया जा रहा है कि संगम नोज के करीब भगदड़ में दर्जनों लोग घायल हुए हैं। घायलों को एम्बुलेंस से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर केंद्रीय चिकित्सालय महाकुंभ लाया गया गया, जहां इनका इलाज चल रहा है।
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हालांकि, मृतक और घायलों के बारे में अब तक आधिकारिक बयान नहीं आया है। इसी बीच अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष का नया बयान आया है। सुबह 11 बजे तीनों शंकराचार्य एक साथ अमृत स्नान करेंगे। इससे पहले भगदड़ के चलते अमृत स्नान रद्द कर दिया गया था। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए हर चौराहे पर पुलिस बल को तैनात किया गया है।
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हादसे पर राहुल गांधी ने जताया दुख
दूसरी ओर लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट किया है कि “प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के कारण कई लोगों की मौत और घायल होने की खबर बेहद दुखद है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। इस दुखद घटना के लिए कुप्रबंधन और प्रशासन का आम श्रद्धालुओं के बजाय वीआईपी मूवमेंट पर विशेष ध्यान दिया गया है। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से अनुरोध करता हूं कि वे प्रभावित परिवारों की मदद करने के लिए आगे आये।”
मल्लिकार्जुन खड़गे ने किया ट्वीट
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट किया है। कहा, “महाकुंभ के दौरान तीर्थराज संगम के तट पर भगदड़ की खबर, जिसमें कई लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए, अत्यंत हृदय विदारक है। श्रद्धालुओं के परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं और हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि वे पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान करें।”
केजरीवाल ने जताया दुख
आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने कहा, “महाकुंभ में भगदड़ की घटना बेहद दुखद है। मैं इस हादसे में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। ईश्वर उनके परिजनों को इस अपार दुख को सहने की शक्ति दे। सभी श्रद्धालुओं से विनम्र अपील है कि धैर्य बनाए रखें और सावधानी बरतें। प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और एक-दूसरे की सुरक्षा का ध्यान रखें।”
सीएम योगी बोले-
इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पहले जनता स्नान करेगी उसके बाद अखाड़े स्नान करेंगे। इस पर सहमति बनी है। सीएम ने कहा कि प्रशासन के नियमों का पालन करें। संगम नोज पर जाने से बचें। संगम में स्नान का दबाव ज्यादा है। संगम नोज पर स्नान जरूरी नहीं। पीएम मोदी से सुबह से चार बार बात हुई है। प्रयागराज में हालत नियंत्रण में हैं।
हालात पर नजर
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार महाकुंभ के हालात पर नजर रख रहे हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया है कि महाकुंभ 2025 के लिए बनाए गए वॉर रूम में मुख्य सचिव, डीजीपी, प्रमुख सचिव-गृह, सीएम ऑफिस के अधिकारी और एडीजी कानून व्यवस्था मौजूद हैं।
तीनों शंकराचार्य एक साथ करेंगे अमृत स्नान
तीनों शंकराचार्य द्वारका पीठ के स्वामी सदानंद सरस्वती, ज्योतिषपीठ के स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और श्रृंगेरी मठ के विधु शेखर भारती एक साथ सेक्टर 22 से संगम के लिए सुबह 11 बजे रवाना होंगे। अखाड़ों का अमृत स्नान कब होगा इस पर अखाड़ों के साथ वार्ता चल रही है। अभी समय निर्धारित नहीं हुआ है।
शोभा यात्रा भी नहीं- रवींद्र पुरी
महाकुंभ में सब सामान्य होने के बाद अखाड़ा परिषद ने अपना बयान पलट दिया है। रवींद्र पुरी ने कहा कि 10 बजे के बाद अखाड़े अमृत स्नान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि 10 बजे के बाद अखाड़े अमृत स्नान कर सकते हैं। हम लोग जुलूस छोटा रखेंगे। किसी प्रकार का कोई लाव लश्कर नहीं होगा। शोभा यात्रा भी नहीं निकाली जाएगी।
योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा-
इसी बीच योग गुरु बाबा रामदेव कहा, “यह सनातन का अमृत काल है। मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के दौरान यहां आने वाले सभी लोगों को मौन रहना चाहिए और ध्यान, प्रार्थना और भजन में लीन होना चाहिए। उन्हें अपने दिल में कृतज्ञता रखनी चाहिए। जब इस तरह की भीड़ होती है, तो यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। अगर हर कोई सावधान रहेगा, तो सब कुछ सुचारू रूप से चलता रहेगा। यहां आने वाले सभी भक्तों को धैर्य रखने की जरूरत है। धर्म की पहली विशेषता धैर्य है। भले ही हर कोई संगम जाना चाहता हो, लेकिन यह व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है। इसलिए आप जहां भी हों, अपने नजदीकी घाट पर जा सकते हैं क्योंकि संगम से पानी का प्रवाह प्रयागराज के हर घाट तक जरूर पहुंचेगा।”
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष बोले-
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि एक बार भीड़ कम हो जाए तो हम पवित्र स्नान के लिए आगे बढ़ेंगे। “आज अमृत स्नान है। तीन अमृत स्नान हैं- मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी। अमावस्या तिथि आज रात तक रहेगी। पहले हमने तय किया था कि भारी भीड़ के कारण हम (अखाड़ा) जुलूस नहीं निकालेंगे। मैं सभी से अपील करता हूं कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।”
ट्रेने नहीं होगी रद्द
रेलवे ने आज प्रयागराज क्षेत्र के विभिन्न स्टेशनों से 360 से अधिक ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है। रेल मंत्रालय ने बताया कि फिलहाल किसी भी विशेष ट्रेन को रद्द करने की कोई योजना नहीं है। (एजेंसियां)
కుంభమేళాలో తొక్కిసలాట, సీఎం యోగి ఆదిత్యనాథ్ కీలక ప్రకటన
హైదరాబాద్ : సీఎం యోగి ఆదిత్యనాథ్ భక్తులను ఉద్దేశించి కీలక ప్రకటన చేశారు. మౌని అమావాస్య పర్వదినం సందర్భంగా ఉత్తర్ప్రదేశ్ లోని ప్రయాగ్రాజ్ లో జరుగుతోన్న కుంభమేళా లో పుణ్య స్నానం ఆచరించేందుకు దేశ వ్యాప్తంగా భక్తులు పెద్ద ఎత్తున తరలివచ్చారు. ఈ క్రమంలోనే మంగళవారం రాత్రి 2 గంటల సమయంలో త్రివేణి సంగమం వద్ద తొక్కిసలాట జరిగింది. ఈ దుర్ఘటనలో భక్తులు మరణించగా మరికొందరికి గాయాలయ్యాయి.
తొక్కిసలాట జరిగిన త్రివేణి సంగమం ఘాట్ వద్దకు ఎవరూ రావొద్దని భక్తులకు సూచించారు. తమకు సమీపంలో ఉన్న ఘాట్ల వద్దే అమృత స్నానాలు ఆచరించాలని కోరారు. దేశ వ్యాప్తంగా ప్రయాగ్రాజ్ కు వస్తున్న భక్తుల కోసం ప్రత్యేకంగా ఘాట్లను ఏర్పాటు చేశామని అన్నారు. మిగతా అన్ని ఘాట్లలో పరిస్థితి సాధారణంగా ఉందని అన్నారు. ఎలాంటి ఇబ్బందులు తలెత్తకుండా ఉండేందుకు అధికారుల సూచనలు పాటించాలని భక్తులను కోరారు. అయితే, నేడు మహా కుంభమేళాకు 10 కోట్ల మంది వచ్చినట్లుగా అధికారులు అంచనా వేస్తున్నారు.
కాగా, మహా కుంభమేళాలో మంగళవారం అర్ధరాత్రి తొక్కిసలాట జరిగింది. త్రివేణి సంగమం వద్ద భక్తులు అమృత స్నానం కోసం ఒక్కసారిగా ఎగబడ్డారు. దీంతో ఘాట్ వద్ద బారికేడ్లు విరిగిపడటంతో ఒక్కసారిగా తొక్కిసలాట చోటుచేసుకుంది. ఈ దుర్ఘటనలో ఇప్పటి వరకు 17 మంది భక్తులు మరణించినట్లుగా సమాచారం అందుతోంది. ఈ మేరకు గాయపడిన 50 మంది క్షతగాత్రులను పారా మిలటరీ దళాలు, వాలంటీర్లు అంబులెన్స్లలో సమీపంలోని మహాకుంభ్ నగర్లోని సెంట్రల్ ఆసుపత్రికి తరలించి చికిత్స అందజేస్తున్నారు. మౌని అమావాస్య సందర్భంగా భక్తులు పుణ్య స్నానానికి భారీ ఎత్తున తరలిరావడంతో తొక్కిసలాట చోటుచేసుకున్నట్లుగా తెలుస్తోంది. మృతుల సంఖ్య మరింత పెరిగే అవకాశాలు ఉన్నట్లుగా సమాచారం. (ఏజెన్సీలు)