हैदराबाद: नये साल में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का पहला प्रक्षेपण सफल रहा है। आज सुबह 5.59 बजे दो छोटे उपग्रहों के साथ ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) लॉन्च किया। लॉन्च किया गया पीएसएलवी सी 52 सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में गया।
आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश इसरो के शहर मुख्यालय ने अपने एक ट्वीट में कहा था, “पीएसएलवी-सी52/ईओएस-04 मिशन: प्रक्षेपण के लिए 25 घंटे 30 मिनट की उलटी गिनती प्रक्रिया आज 4.29 बजे शुरू हो गई।”
ईओएस-04 एक ‘रडार इमेजिंग सैटेलाइट’ है। इसे कृषि, वानिकी और वृक्षारोपण, मिट्टी की नमी और जल विज्ञान तथा बाढ़ मानचित्रण जैसे अनुप्रयोगों एवं सभी मौसम स्थितियों में उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। EOS-04 का वजन 1,710 किलोग्राम है।
पीएसएलवी अपने साथ में दो छोटे उपग्रहों को भी लेकर गया है। इसमें कोलोराडो विश्वविद्यालय, बोल्डर की वायुमंडलीय और अंतरिक्ष भौतिकी प्रयोगशाला के सहयोग से तैयार किया गया भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएसटी) का उपग्रह इन्सपायरसैट-1 भी शामिल है। इसके लिए एनटीयू, सिंगापुर और एनसीयू, ताइवान का भी योगदान रहा है।
उपग्रह इसरो का एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक उपग्रह (आईएनएस-2टीडी) है। इसके उपकरण के रूप में एक थर्मल इमेजिंग कैमरा होने से उपग्रह भूमि की सतह के तापमान, आर्द्रभूमि या झीलों के पानी की सतह के तापमान, वनस्पतियों (फसलों और जंगल) और तापीय जड़त्व (दिन और रात) के आकलन में सहायता प्रदान करेगा। (एजेंसियां)